अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली से जयपुर का यादगार सफर।

जयपुर /दिल्ली 

भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जयपुर से पुराना नाता रहा, उनके रक्षक के रूप में छह दशकों तक साथ रहने वाले शिवकुमार पारीक भी जयपुर के रहने वाले हैं. शिवकुमार के जरिए ही एक और शख्स है जिसे अटल बिहारी वाजपेयी के साथ रहने का मौका मिला. हम बात कर रहे हैं शिवकुमार के बेहत विश्वासपात्र ड्राइवर हरेंद्र प्रसाद जादव की. जादव करीब 35 सालों से शिवकुमार के यहां कार चला रहे हैं और इस दौरान उन्हें वाजपेयी की कार चलाने और उनके साथ सफर का अवसर भी मिलता रहा. भारतीय राजनीति के करिश्माई नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लम्बी बीमारी के बाद गुरुवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया. इस सूचना के बाद जब ड्राइवर हरेंद्र ने न्यूज 18 से अपनी यादों को साझा किया.

हरेंद्र प्रसाद जादव ने रुंधे गले से दिल्ली से जयपुर के वाजपेयी के सफर की यादगार दास्तां सुनाते हुए कहा कि वे जमीन से जुड़े नेता थे. उन जैसा छोटे-बड़े गरीब अमीर सबको को इज्जत देने वाला और बेहद खुश मिजाज इंसान कोई नहीं था.

60 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी के ‘रक्षक’ बने थे जयपुर के शिवकुमार

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का राजस्थान से गहरा नाता रहा है. माउंट आबू से भी वाजपेयी की खास यादें जुड़ी हुई हैं. मनाली और अल्मोड़ा के बाद राजस्थान का माउंट आबू अटल बिहारी का सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल था. पहली बार 11 फरवरी 1989 में ब्रह्माकुमारी संस्थान के मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वे आये थे, तभी से यह स्थान उनके लिए खास बन गया था. संस्थान की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी ने लंदन से शोक संदेश भेजकर गहरा दुख प्रकट किया है.

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