अब राजधानी में प्रतिबंधित क्षेत्र में रात 12 बजे फोन पर हॉर्न न बजाने की नसीहत देगी पुलिस, न सुधरने पर कटेगा 1 हजार का चालान  

अब शहर में नो-हॉकिंग जाेन की तैयारी में है ट्रैफिक पुलिस। स्कूल, मॉल, अस्पताल और चिन्हित जगहों पर हॉर्न बजाने वाले लोगों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी और कार्रवाई होगी। पुलिस तीन चरणों में कार्रवाई करेगी।

पहली बार हॉर्न बजाते पकड़े जाने पर जिम्मेदार को समझाया जाएगा।

दूसरी बार पकड़े गए तो मौके पर ही आधा घंटा खड़ा रखा जाएगा।

तीसरी बार हॉर्न बजाते पकड़े गए तो यादगार में एक घंटे की ट्रैफिक नियमों पर बनी फिल्म दिखाई जाएगी।

इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो रात 12 बजे फोन कॉल पर हॉर्न नहीं बजाने की नसीहत पुुलिस देगी।

और आखिर में एक हजार रुपए का चालान काटा जाएगा।

डीसीपी ट्रैफिक श्वेता धनकड़ टीम तैयार कर रही हैं जो यह काम करेगी। सजा के लिए सोशल मीडिया पर भी सुझाव मांगे जा रहे हैं।

 

 ‘नो हॉर्न जोन’ में तैनात की जाएगी,पुलिस जवानों की टीम, कराई जाएगी वीडियोग्राफी भी
एडि. कमिश्नर राहुल प्रकाश का कहना है तेज हॉर्न बजाने वालों पर नकेल के लिए डीजीपी ने निर्देश दिए हैं। शुरुआत में समझाइश की जाएगी फिर बाद चालान होगा। डीसीपी श्वेता धनखड़ ने बताया कि हॉर्न बजाने से लोगों को परेशानी होती है। पहले से चिन्हित स्थानों को सख्ती से नो-हॉर्न जोन बनाया जाएगा। इसके लिए चिन्हित जगहों पर एक अधिकारी के साथ पुलिस के जवान लगाए जाएंगे। ये जवान वीडियोग्राफी करेंगे।

 कहां-कहां बनाए जाएंगे शहर में नो हॉर्न जोन
सचिवालय- स्टेच्यू सर्किल से विस तक जनपथ क्षेत्र, तिलक मार्ग, भवानी सिंह रोड, टी-पॉइंट से पृथ्वीराज रोड तक, सचिवालय के चारों ओर 150 मी. तक।

  विधानसभा के चारों ओर 150 मीटर की दूरी।

कलेक्ट्रेट- कलेक्ट्रेट सर्किल से सवाई जयसिंह हाइवे चिंकारा कैंटीन तक की सड़क के दोनों ओर, शिवमार्ग बनीपार्क धमार्थ सर्किल तक सड़क के दोनों ओर के परिसर, कलेक्ट्रेट सर्किल से खासाकोठी सर्किल तक।

सिविल लाइन- नाटाणियों के चौराहे से सिविल लाइन पुलिस चौकी तक।

हवा सड़क टी पॉइंट के बीच का एरिया।

इधर, अजमेर रोड, सोडाला थाने तक, फिर हवा सड़क होते हुए सहकार सर्किल, सहकार सर्किल से होटल राजमहल टी-पॉइंट से सिविल लाइन चौकी तक सड़क के बीच का पूरा क्षेत्र।

जल भवन से नाटाणियों का चौराहा वाली सड़क के दोनों तरफ।

अस्पताल- शहर के सभी अस्पतालों के चारों ओर 150 मीटर के दायरे में ।

पॉल्यूशन कंट्राेल बाेर्ड ने जनवरी से जून तक 6 स्थानाें पर दिन-रात की ध्वनि प्रदूषण की रिपाेर्ट जारी की है। एक भी स्थान पर लेवल मानक पर नहीं मिला। शांत रिहायशी और व्यावसायिक जाेन की तीन कैटेगरी में संताेकबा दुर्लभजी, गवर्नर हाउस, निगम बड़ी चाैपड़, राजापार्क और शास्त्रीनगर में सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण बड़ी चाैपड़ पर रहा, यहां अप्रैल-मई काे छाेड़कर हर महीने 69 से 71.5 डेसीबल तक ध्वनि स्तर रहा। हालांकि 2019 की तुलना में कुछ स्थानाें पर गिरावट भी हुई, इनमें 18 फीसदी गिरावट शास्त्रीनगर में रही।

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