फिरोजाबाद के झलकारी नगर के एक घर के अंदर से दिल को चीरने वाली महिलाओं की रोने की आवाजें आ रही हैं। पता चला कि अभी कुछ देर पहले उनके 12 साल के इकलौते बेटे शुभ का शव घर पहुंचा है। मां बार-बार चिल्ला-चिल्लाकर कह रही है कि अभी मेरे बच्चे की उम्र ही क्या थी। भगवान ने मुझे क्यों नहीं उठा लिया। फिर वह बेहोश हो जाती हैं। वहां मौजूद हर शख्स की आंखों में आंसू थे।फिरोजाबाद में बीते 15 दिनों से ऐसा नजारा आम हो गया है। दरअसल, यहां जानलेवा बुखार फैला है। इसमे बच्चों से लेकर बड़ों तक की जान जा रही है। अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है।
बीते 12 घंटे के अंदर 6 और मौत हो गई। यह मौत बुधवार शाम 4 बजे से गुरुवार दोपहर 12 बजे तक हुई है। मरने वालों में 4 साल की बच्ची से लेकर 13 साल के बच्चे शामिल हैं। इनमें 4 वर्षीय निराली पुत्री अजय कुमार, 14 वर्षीय पीयूष पुत्र रमेश यादव निवासी बिहारी पुरम लालऊ रोड, 12 वर्षीय शिवानी पुत्री ज्ञान कुमार शंखवार निवासी कौशल्या नगर, 13 वर्षीय रश्मि पुत्री उदयवीर निवासी किशन नगर, 13 वर्षीय शगुन पुत्री शशिकांत कश्यप निवासी जैन नगर और 12 वर्षीय अंशिका पुत्री टेनी कश्यप हैं।
सुदामा नगर में अब तक हुई 10 बच्चों की मौत
सुदामा नगर में गलियों में सन्नाटा है। कुछ लोग चेहरे पर मास्क लगाए अपने अपने काम पर जा रहे हैं। कुछ अपने घरों के बरामदे में लेटे हैं। पता चला कि यह अनजान बुखार से पीड़ित मरीज हैं। चार दिन पहले अपने 6 साल के मासूम बच्चे वीर को खो चुके पिता संजय और उसके चाचा रंजीत गुमसुम अपने दरवाजे पर बैठे हैं। कुरेदने पर आंखों से आंसू आ जाते हैं। भाई के कंधे पर हाथ रखते हुए चाचा रंजीत कहते हैं कि 24 अगस्त को वीर को बुखार आया। उसे प्राइवेट डॉक्टर से दवा दिलाई। बुखार ठीक हो गया लेकिन रात के समय फिर बुखार आया। सबकी सलाह से 26 अगस्त को आगरा ले गए। जहां उपचार के दौरान 28 अगस्त को उसकी मौत हो गई।ऐसा सिर्फ वीर के साथ ही नहीं हुआ जबकि इसी मुहल्ले के लगभग 10 बच्चों के साथ हो चुका है। 6 वर्षीय कृष्णा को भी बुखार आया। पिता पुष्पेंद्र यादव बच्चे को अस्पताल ले गए। जहां बुखार हो जाने के बाद उसकी मौत हो गई। इसी मुहल्ले में रहने वाले किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष रवि बघेल ने बताया कि इस मुहल्ले में अब तक करीब 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि 50 से ज्यादा बच्चे बीमार हैं।
झलकारी नगर के हर तीसरे घर में है मरीज, दर्जन भर से ज्यादा है बच्चे बीमार
झलकारी नगर में सुबह सुबह ही स्वास्थय विभाग की टीम मोहल्ले के संकरी गलियों में छिड़काव करते हुए नजर आई। उनके साथ लंबी चौड़ी टीम थी। लोगों में गुस्सा भी नजर आया। हालांकि, साथ में पुलिस टीम भी मौजूद रही। बहरहाल, इस इलाके में दर्जन भर से ज्यादा बच्चे अनजान बुखार से पीड़ित हैं। हर तीसरे घर में मरीज यहां मिल जाएगा। झलकारी नगर फिरोजाबाद के उन इलाकों में शामिल हैं जहां सबसे ज्यादा मरीज हैं। शुभ के अंतिम संस्कार की तैयारियों में लगे पिता प्रवेंद्र यादव ने बताया कि 30 अगस्त को बेटे को बुखार आया तो प्राइवेट अस्पताल से दवा दिलाई। तब बुखार ठीक हो गया। लेकिन फिर बुखार आया तो दिमाग तक पहुंच गया। आगरा लेकर गए और 31 अगस्त को उसकी डेंगू से मौत हो गई। दो दिन तक जांच के नाम पर बच्चे के शव को रोक कर रखा गया था। बहरहाल, इलाके में 3 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है।
एलान नगर मोहल्ले में मिले सबसे ज्यादा मरीज , अब तक हुई 8 बच्चों की मौत
एलान नगर जिले में बुखार से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है। यहां 150 के आसपास मकान हैं और 8 बच्चों की मौत हो चुकी है। लोगों के चेहरों पर खौफ साफ़ तौर पर देखा जा रहा है। यहां लगभग हर चेहरे पर मास्क दिखाई दे रहा है। मोहल्ले में घुसते ही कुछ लड़के पुलिया पर बैठे दिखाई दिए। बोले जब कोरोना का असर कम हुआ तो यहां अनजान बुखार से जान जा रही है। पता नहीं यहां डॉक्टर क्या कर रहे हैं कि मर्ज नहीं पकड़ पा रहे हैं। थोड़ी दूरी पर मोहल्ले के पार्षद राजेश कुमार और उनके साथ दीपू और पिंटू खड़े थे। अभी दो दिन पहले ही उनके बच्चों की मौत हुई है। कहते हैं कि हर महीने अख़बारों में पढ़ता हूं कि स्वास्थ्य विभाग के लिए यह सुविधा बढ़ी वह सुविधा बढ़ी। मेरे तो बच्चे की जान चली गयी। पता नहीं कहां यह सुविधाएं बढ़ाई जाती हैं। पार्षद ने बताया कि मोहल्ले के 8 बच्चों की मौत हो गई है। बुखार के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। पता नहीं आगे क्या होगा।
बुखार की चपेट में है एक दर्जन से ज्यादा मोहल्ले हैं
यह तो मात्र बानगी भर है। इसके अलावा जिले भर के कई मोहल्ले और गांव जैसे सुदामापुरी, शांति नगर, करबला, आजाद नगर, इंद्रा नगर, महादेव नगर, प्रीतम नगर, सविता नगर, नगला अमान, कपावली समेत कई मुहल्ले ऐसे हैं जहां बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुवार सुबह डीएम चन्द्रविजय ने करबला पहुंचकर गंदे पानी का निकास कराया। कूलरों में भरे पानी को फैलवाया और माइक लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया।
हुई अनजान बुखार की पहचान?
लखनऊ से आए एपिडेमिक इंटेलिजेंस ऑफिसर डॉक्टर अखिलेश्वर सिंह ने बताया कि स्क्रब टाइफस इंफेक्शन चूहों और पिस्सुओं से होता है। इसके लक्षण पूरी तरह डेंगू से मिलते जुलते हैं। इसमें 102 से 103 डिग्री तक बुखार आता है। तेजी से प्लेटलेट्स गिरने लगती हैं। लखनऊ से आई रिपोर्ट में इस तरह के दो मामले पाए गए हैं। मरीजों के रहन सहन के बारे में भी टीम जानकारी जुटा रही है। अभी इसकी जांच चल रही है।