वाह रे स्वास्थ्य! विभाग बिना किसी साक्ष्य के ही आशा बहू को मान लिया रिश्वत लेने का आरोपी_सलोन से फरहान सिद्दकी की रिपोर्ट
सलोन रायबरेली। इन दिनों स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर ,खेत चरे गदहा मारा जाये जोलहा, वाली कहावत बिल्कुल सटीक बैठ रही है स्वास्थ्य विभाग एक ऐसी असहाय आशा बहू को रिश्वत लेने के आरोप में सजा देने कि ठान ली है जिसके सम्बन्ध में अब तक रिश्वत लेने का कोई पुख्ता साक्ष्य अब तक नहीं उपलब्ध हो सका दरअसल आज से कुछ माह पूर्व सलोन ब्लाक क्षेत्र के मटका गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मटका में कार्यरत आशा बहू शैल कुमारी के ऊपर ग्राम पूरे दीन निवासी मनोज कुमार ने आशा बहू शैल कुमारी पर डिलीवरी के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया था किंतु जांच में आज तक रिश्वत लेने की पुष्टि नहीं हो सकी यहां तक कि आसपास के स्थानीय ग्रामीणों ने भी बताया कि आशा बहू शैल कुमारी की कार्यशैली कुशल है वह इनके ऊपर लगाए गए आरोप मिथ्या है किसी रंजिश पर शिकायतकर्ता द्वारा आशा बहू शैल कुमारी पर मिथ्या आरोप लगाया जा रहा है जो कि सरासर गलत है उक्त मामले की उच्च स्तरीय स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ यदि गांव के ग्रामीणों की उपस्थिति में मौके की जांच कराई जाए तो आशा बहू शैल कुमारी पूर्ण रूप से निर्दोष पाई जाएगी किंतु अब वर्तमान समय में आशा बहू शैल कुमारी के पक्ष को बिना सुने एक पक्षीय रूप से सीएचसी सलोन के जिम्मेदारों द्वारा सेवा समाप्ति की नोटिस थमा दी गई जो की सरासर गलत है अब देखना है कि क्या स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उक्त मामले में आशा बहू शैल कुमारी के साथ न्याय करेंगे या फिर तथ्य हीन शिकायत को ही आधार मानकर कार्यवाही कर देंगे।