खागा /फतेहपुर।कौन कहता है कोरोना का टीका निशुल्क जनता के लिएमोदी सरकार ने घोषणा की कि कोरोना टीका सरकार मुफ्त लगवा रही है जिसके लिए जनता को एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा पूरी तरह निशुल्क होगा/ इसमें किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लगेगादूसरी तरफ देखा जाए तो खागा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरदो में इसके विपरीत कार्य हो रहा है वहां पर वैक्सीन लगवाने के लिए जो लोग जाते हैं उनसे एक रुपए का पर्चा कटवाने के लिए कहा जाता है’ जबकि सरकार अन्य जगहों पर कैंप लगवाती है या फिर वैक्सीनेशन करती है तो क्या वहां पर किसी प्रकार का कोई शुल्क लिया जाता है, जी नहीं ,तो सरकारी अस्पतालों में भी यही नियम लागू होना चाहिए लेकिन अलग-अलग मापदंड अपनाने वाली सरकार उसके नुमाइंदे यहां तक की जिले के आला अधिकारियों ने इस ओर ध्यान क्यों नहीं दिया सवाल बनता है सवाल तो यह है कि जब मरीज अस्पताल में दवा करवाने जाता है तो वहां पर उसका पर्चा बनता है, जो लाजमी है मान्य है लेकिन जब वही व्यक्ति को रोना का टीका लगवाने के लिए अस्पताल में जाता है तो वही अस्पताल एक रुपए का पर्चा फिर क्यों थमा देता है,तो टीकाकरण मुफ्त कैसे हुआ बात सोचने की है एक रुपए की बात नहीं है बात है सरकार के *दो धारी तलवार की* एक तरफ वैक्सीनेशन फ्री है तो दूसरी तरफ ₹1 शुल्क क्यों है सरकार के नुमाइंदों से है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी किसी प्रकार का शुल्क ना लेकर टीकाकरण एकदम मुफ्त करें और पर्चे की व्यवस्था को समाप्त करें यह तो जनता के साथ धोखाधड़ी का मामला लगता है।आप कहते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं फिर तो मोदी जी को कहना चाहिये कि सरकारी अस्पतालों में एक रुपए में टीकाकरण किया जाता है जिसका शुल्क ही मात्र एक रुपए है बाहर मुफ्त है अंदर का है।