अब ऑनलाइन काउंसिलिंग के जरिए भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में टूटते रिश्तों को बचाया जा रहा है। जबलपुर के एक दंपती की ग्वालियर में ऑनलाइन काउंसिलिंग की गई। मायके में रह रही पत्नी की पति से बात कराई गई तो उसने शर्त रखी कि मेरे लिए गर्लफ्रेंड को छोड़ना होगा। बार-बार अपनी लोकेशन भी बतानी होगी। पति ने भी तत्काल शर्त मानते हुए कहा कि सब मंजूर है। तुम घर लौट आओ। इसके बाद मिडिएटर ने दोनों को समझाया और दोनों एक-दूसरे के साथ वापस रहने को तैयार हो गए। जबलपुर के इस दंपती ने पहले पुलिस के परामर्श केन्द्र में शिकायत की थी। दोनों की सहमति लेने के बाद उनकी ONLINE काउंसिलिंग की गई।
मिडिएटर हरीश दीवान ने बताया कि जबलपुर में परिवार की सहमति से युवक-युवती की 29 अगस्त 2020 को शादी हुई थी। 8 महीने तक दोनों साथ रहे, लेकिन इसी बीच पत्नी को पता लगा कि उसके पति का कहीं और अफेयर है। रिश्तों में तनाव बढ़ा और झगड़े होने लगे। फिर पत्नी, पति को छोड़कर मायके चली गई। दोनों के बीच का विवाद थाने तक पहुंच गया। महिला ने जबलपुर के अधारताल थाने में पति के खिलाफ आवेदन दिया।
शिकायत के मुताबिक, पति ने दूसरी महिला को अपने साथ रखा हुआ है। ONLINE काउंसिलिंग की इजाजत लेने के बाद मामले को ग्वालियर भेज दिया। मिडिएटर और एडवोकेट हरीश दीवान ने ग्वालियर से वर्चुअल (ONLINE) मध्यस्थता की। एडवोकेट दीवान ने पति-पत्नी के बीच होने वाले झगड़े के कारण को जाना। झगड़े के जो कारण बन रहे थे, उन्हें खत्म कराया। पत्नी ने जो शर्त रखी, उन्हें पति मानने को तैयार हो गया। इस तरह दोनों के बीच झगड़ा खत्म हो गया। अब दोनों में आपसी सहमति बन गई, जिसके बाद पत्नी ने मायके से ससुराल आने के लिए हां कर दी है।
पत्नी ने रखी पति के सामने यह शर्तें
- गर्लफ्रेंड से रिश्ता खत्म करना होगा, फ्यूचर में उससे कोई संबंध नहीं रखोगे, न ही बातचीत करोगे।
- आप कहीं भी होगे कुछ दिन तक लोकेशन मुझे शेयर करोगे, जब भी कॉल करूंगी रिसीव करोगे।
- हर दिन छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा नहीं करोगे।
- पति प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। सही सैलरी मुझे बताएंगे और हर महीने सैलरी मुझे देंगे।
- रोज समय पर घर आएंगे और बिना वजह बाहर नहीं घूमेंगे।
ऐसे होती है ऑनलाइन काउंसिलिंग
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पुलिस विभाग व समा संस्था के माध्यम से मध्यस्थता का वर्चुअल प्लेटफार्म तैयार किया है। ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर में इसे अभी पायलेट प्रोजेक्ट के तहत संचालित किया जा रहा है। वर्चुअल व्यवस्था आने के बाद पुलिस थाने में आने वाले आवेदनों पर दंपती को काउंसिलिंग के लिए थाने नहीं जाना पड़ता है। ग्वालियर से भोपाल व जबलपुर के केसों में काउंसिलिंग हो रही है। वर्चुअल काउंसिलिंग करने के लिए दोनों पक्षों की सहमति ली जाती है। जब दोनों पक्ष सहमत होते हैं तो दोनों को ONLINE काउंसिलिंग के लिए लिंक दी जाती है। कानून के जानकार या समाज सेवा का अनुभव रखने वालों के माध्यम से काउंसिलिंग कराई जाती है।