मिर्जापुर जिले के एक विद्यालय में एक ऐसा मामला सामने आया है जहाँ पर एक मासूम छात्र के साथ बेरहमी की गई है। अहरौरा के सद्भावना शिक्षण संस्थान में बुधवार को शरारत करने की सजा के तौर पर स्कूल संचालक ने एक बच्चे को छत से नीचे उल्टा लटका दिया। इतने में बच्चे की हालत खराब हो गई। इस मामले की जानकारी होने पर डीएम ने बीएसए को जांच के लिए मौके पर भेजा। इसके बाद बच्चे का शोषण करने के आरोप में संचालक पर मुकदमा दर्ज किया गया। गुरुवार देर शाम उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इधर, विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अहरौरा के बूढ़ादेई मोहल्ले के अजीत सिंह यादव का पुत्र सोनू यादव अहरौरा के सद्भावना पब्लिक स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। बुधवार को दोपहर में विद्यालय के कुछ बच्चे फुलकी खाने परिसर के बाहर गए थे। आरोप है कि वहां सोनू ने बच्चों से धक्कामुक्की की। कुछ बच्चों ने इसकी शिकायत स्कूल संचालक मनोज विश्वकर्मा से की।
उन्होंने उसे समझाया, लेकिन बच्चा उनकी बात नहीं समझ सका। आरोप है कि इससे क्रोधित होकर स्कूल संचालक ने बच्चे को पकड़ कर विद्यालय भवन के बारजे से उल्टा लटका दिया। यह देख बच्चे काफी डर गए। सोनू के पिता का कहना है कि वह तो विद्यालय में थे नहीं।
दिए बीएसए को जांच के आदेश
पता चलने पर उन्होंने विद्यालय के संचालक से आपत्ति दर्ज कराई। स्कूल संचालक की इस हरकत से लोगों में भी नाराजगी है। इस घटना की जानकारी होने पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बीएसए गौतम प्रसाद को जांच के लिए मौके पर भेजा और तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
बाद में एबीएसए अरुण सिंह ने बताया कि विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मामले में एसपी अजय सिंह ने कहा कि स्कूल संचालक द्वारा छात्र सोनू (05)को शरारत करने पर सजा के तौर पर छत से उल्टा लटका कर अमानवीय व्यवहार किया गया। छात्र के पिता की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ एवं आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।