एससी/एसटी के विरोध मे सर्वण समाज ने सड़कों पर उतरकर किया प्रर्दशन

फतेहपुर। न्यूज वाणी केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट अध्यादेश को पारित किये जाने के विरोध करते हुए कानून को वापस लिए जाने की मांग को लेकर सर्व समाज के लोगो ने भारत बन्द के तहत बाजार बंद रख कर सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया सर्व समाज संघ के बैनर तले समाज के लोगो ने पूर्व चैयरमैन अजय अवस्थी की अगुवाई में राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन भेजकर जिलाधिकारी के माध्यम से भेजते हुए काला कानून वापस लिये जाने की मांग किया। पूर्व चैयरमैन अजय अवस्थी ने कहाकि देश की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एससी/एसटी एक्ट को लेकर अहम फैसला सुनाते हुए मामले में शिकायत मिलने के उपरान्त डीएसपी स्तर के अधिकारी से जांच कराए जाने के बाद मुकदमा दर्ज किये जाने का आदेश दिया गया था जिसे केंद्र सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को बदलकर पुनः एससी एसटी एक्ट को लागू कर दिया गया जिसके तहत शिकायत होने पर तत्काल गिरफ्तारी का प्रावधान है। उन्होंने कहाकि इस बिल को लागू किये जाने से एससी/एसटी एक्ट का बड़ी मात्रा में दुरूपयोग किया जायेगा। इस मौके पर विनय तिवारी, स्वरूप राज सिंह जूली, पंकज दीक्षित, रमेश कुमार द्विवेदी, शिवाकांत तिवारी, अनुराग नारायण मिश्रा, अनुज मिश्रा, यूपेश तिवारी, उदित अवस्थी, राजन तिवारी, मोहसिन खान, विनय प्रताप सिंह, अनुपम दीक्षित, पंकज गौतम, राम बाबू अवस्थी, अरुण कुमार तिवारी आदि रहे। वहिं डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हरदीप सिंह की अगुवाई में अधिकवक्ताओ ने एससी/एसटी संशोधन एक्ट के विरोध को लेकर सम्पूर्ण भारत बन्द का समर्थन करते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर अनुसूचित जाति अनुसूचित/जनजाति संशोधन एक्ट को वापस लिये जाने व एक्ट का उल्लंघन करने वालो पर कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग किया। इस मौके पर संदीप पांडेय, आशुतोष गौण, धनञ्जय सिंह, सुनील तिवारी, इंद्र कुमार आदि रहे। एससी/एसटी एक्ट के बिरोध में ब्राह्मण युवजन सभा के बैनर तले पंकज दीक्षित की अगुवाई में सन्गठन के सदस्यों द्वारा भी जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर एससी अध्यादेश वापस लिए जाने के मांग किया। धर्मेंद्र मिश्रा एसवोकेट की अगुवाई  में सवर्ण समाज के लोगो ने एससी/एसटी संशोधन बिल वापस कराये जाने के लिये राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजते हुए बिल को सवर्ण समाज के लोगो के लिये काला कानून बताते हुए रद्द किये जाने के मांग किया। ज्ञापन की प्रमुख मांगों में अनुसूचित जाति जनजाति कानून को समाप्त किये जाने,कानून के तहत सवर्णों,पिछडो एवं  मुस्लिमो के उत्पीड़न बन्द किये जाने के साथ साथ सवर्णों को 25 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की मांग किया। इस मौके पर अरविन्द कुमार शुक्ला,अलोक कुमार,आशुतोष शुक्ला, राजेश कुमार तिवारी,पुरुषोत्तम मिश्रा,शिव प्रताप त्रिवेदी,एलएस शुक्ला आदि रहे।

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