आगरा में पकड़े गए नीरव निकुंज कॉल सेंटर से दो साल में करोड़ों की शक्तिवर्धक दवाएं बेची गई थीं। हाथरस की फॉर्मा से आरोपी दवाओं को लेकर आते थे। ऑनलाइन विज्ञापन में बाबा रामदेव की फोटो का प्रयोग करते थे। पुलिस कॉल सेंटर संचालक सहित अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
हरिद्वार पुलिस ने 12 नवंबर को कॉल सेंटर पर दबिश दी थी। दो कर्मचारी आकाश शर्मा और सतीश कुमार को गिरफ्तार किया था। लाखों की दवाएं जब्त की गई थीं। इन दवाओं को शक्तिवर्धक बताया जाता था। आरोपियों से पूछताछ में पता चला था कि कॉल सेंटर दो साल से चल रहा है। ऑनलाइन और पोर्न साइट पर दवाओं का प्रचार किया जाता था। थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि जिला के आयुर्वेदिक डॉक्टर जेके राणा ने सैंपल लिया था। जानकारी करने पर पता चला कि आरोपी हाथरस की कंपनी से दवाएं लेकर आते थे। इनका दाम भी ज्यादा नहीं होता है। कंपनी से पूछताछ में यह पुष्टि हो गई। उनसे अपने लाइसेंस की कॉपी देने के लिए कहा है।
आरोपी दो साल से यह काम कर रहे थे। बाबा रामदेव की फोटो लगाकर शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर बिक्री करने के मामले में संस्था दिव्य योग मंदिर पंतजलि फेस एक बहादराबाद के प्रतिनिधि राजू वर्मा ने 28 जुलाई को मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे में गांव बाईंपुर निवासी गजेंद्र यादव, गांव कुआंखेड़ा निवासी दिलीप यादव, राजेश यादव, गजेंद्र यादव बालकिशन, बादल ठाकुर, पीयूष कुमार फरार हैं।
योग गुरु स्वामी रामदेव की फोटो लगाकर नकली सेक्स वर्धक दवा बेचने वाला गिरोह सोशल मीडिया और अश्लील वेबसाइटों पर विज्ञापन जारी कर ग्राहक तलाशता था। विज्ञापन पर दर्ज टेलीफोन नंबरों पर ग्राहकों के फोन करने पर कॉल सीधे सेंटर में डायवर्ट होती थी।
यहां से ऑर्डर बुक कर दवाएं ग्राहकों तक भेजी जाती थीं। दवा भेजने के लिए हैमर ऑफ थॉर, नव्या ग्रुप, आरके हेल्थकेयर और एसके ट्रेडर्स फर्म का प्रयोग किया जाता था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में इन बातों का खुलासा किया है।