मध्यप्रदेश के छोटे से जिले में जब मैं आठ साल का था, तब मम्मी ने मुझे जबरन फ्रॉक पहना दी थी। हम किसी रिश्तेदार की शादी में गए थे। फ्रॉक पहनने के चलते मैं पूरी रात रोया, क्योंकि मुझे लड़कों वाले कपड़े ही पहनना थे। मैंने गुस्से में खाना भी नहीं खाया था।
ये पहला मौका था जब मेरे घरवालों को महसूस हुआ था कि मैं सामान्य लड़की नहीं हूं। हालांकि वो बचपन से ही मुझ पर शक करते थे, लेकिन कभी इन्होंने इस बारे में बहुत सीरियस होकर सोचा नहीं था।
मैं तो 4-5 साल की उम्र से ही यह महसूस कर रहा था कि मैं गलत शरीर में आ गया हूं, क्योंकि मेरी आत्मा और मेरा शरीर मेल नहीं खाते। मुझे शरीर तो लड़कियों का मिला है, लेकिन मेरी आत्मा एक लड़के की है।
जब मैं स्कूल जाता तो लड़कियों के बजाए लड़कों के साथ बैठना पसंद करता। मेरे ज्यादा दोस्त भी लड़के ही थे। जैसे-जैसे मैं बड़ा होते गया, वैसे-वैसे मैंने लड़कों की तरह ही पेंट-शर्ट पहनना शुरू कर दिए। सालों से मैं लड़कों वाले कपड़े ही पहन रहा हूं।
हालांकि शरीर मेरा पूरी तरह से लड़की का ही है। मेरे पीरियड्स भी आते हैं। हार्मोंस वाले चेंज मेरे शरीर में भी होते हैं। वो सब कुछ मेरे साथ होता है, जो एक लड़की के साथ होता है।
छ:सात साल पुरानी बात है, जब मेरी पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी लगी। मेरी नौकरी फीमेल कैटेगरी में ही लगी है। जब ट्रेनिंग के लिए गया तो पता चला कि मेरे जैसे और भी लोग हैं, जो गलत शरीर में आ गए हैं और अपना जेंडर चेंज करवाना चाहते हैं। कई ऐसे पुलिसकर्मी मुझे मिले, जो लड़की से लड़का बनना चाहते थे। उन लोगों से बातचीत की तो पता चला कि भारत में ही जेंडर चेंज करवाने की सर्जरी होती है। मैं यह जानकर बहुत खुश हो गया।
ट्रेनिंग से लौटते ही मैंने ये बातें परिवार में बताईं और कहा कि मैं सर्जरी के जरिए अपना जेंडर बदलना चाहता हूं। यह सुनते ही सब आग बबूला हो गए। एक पल को तो लगा कि मुझे मार ही डालेंगे। सबने बहुत डांटा। वे मेरी बात सुनने को भी तैयार नहीं थे।
मैं जितना प्रेशर बना रहा था, बात उतनी ही बिगड़ रही थी। इसलिए मैंने खुद को चुप कर लिया, लेकिन ये ठान लिया कि अब बिना किसी को बताए सर्जरी करवाना है।
इसी बीच मेरी शादी की बातें शुरू हो गईं। घरवाले मेरे लिए लड़का ढूंढने लगे। जब मुझे ये पता चला तो मैं बहुत गुस्सा हुआ, क्योंकि मेरा अट्रैक्शन तो लड़की की तरफ है। मैं तो किसी लड़की से शादी करना चाहता हूं, ऐसे में लड़के से शादी करने के बारे में सोच भी नहीं सकता।
मैंने घर में साफ कह दिया कि यदि अब मेरी शादी की बात हुई तो मैं घर छोड़कर चला जाऊंगा। घरवाले बहुत प्रेशर बना रहे थे। मुझे अंदर ही अंदर लग रहा था कि मैं किसी ट्रैप में फंस गया हूं।
इन्हीं सबके बीच एक लड़की से मेरा अफेयर भी चल रहा था। उसे पता था कि मैं शरीर से लड़की हूं, लेकिन मेरी फीलिंग लड़कों वाली है। हालांकि, वो मुझसे काफी दूर थी तो हम ज्यादा मिल नहीं पाते थे। तीन-चार साल मेरा अफेयर चला। फिर उसकी शादी हो गई।
खैर, इन सबके बीच मैंने 4-5 साल पहले घर में फिर बताया कि मैं सर्जरी करवाने वाला हूं। तब मेरी नौकरी शुरू हो चुकी थी। अपनी बातों को समझाने के लिए मैंने अपने एक दोस्त को घर पर बुलाया। वो भी जेंडर चेंज करवा चुका है और फीमेल से मेल बना है। उससे बातचीत करने के बाद मेरी मां सर्जरी के लिए राजी हो गईं, लेकिन पापा ने नौटंकी कर दी। मैंने उन्हें कोई जवाब नहीं दिया और अपनी तैयारी में लगे रहा।
दो साल पहले जेंडर चेंज करवाने के लिए SP ऑफिस में आवेदन दिया। मुझे खबरों से ही पता चला है कि, सरकार ने मुझे जेंडर चेंज करवाने के अलाउ कर दिया है, हालांकि इस बारे में अभी तक कोई लिखित मंजूरी मुझे नहीं मिली है।
मेरी सर्जरी तीन हिस्सो में होगी। ब्रेस्ट की सर्जरी दिल्ली में करवाऊंगा और बॉटम की सर्जरी थाइलैंड में करवाऊंगा। इसमें 6 से 7 लाख रुपए का खर्चा आएगा। पहली सर्जरी के लिए तो मैंने पैसे जोड़ लिए हैं, बाकी के लिए भी बाद में इंतजाम हो जाएगा।
मेरे बहुत से जानने वालों ने जेंडर चेंज करवाया है, लेकिन उन्होंने कोई परमिशन नहीं ली। इसी कारण कई से अब पूछताछ भी चल रही है। मैं कानून के मुताबिक, ही आगे बढ़ना चाहता हूं।
अभी मेरी उम्र 27 साल है। जेंडर चेंज करने के बाद शादी भी करना चाहता हूं। बस किसी सच्ची लड़की का इंतजार है, जो सब कुछ जानते हुए मुझसे प्यार करे, जिसे मैं प्यार करूं।