हरदोई। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के अंतर्गत क्लस्टर प्रदर्शन की जमीनी हकीकत को देखने के लिए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों के साथ बालामऊ गांव में संवाद किया जिसमें किसानों ने दिल खोलकर मंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखी। ग्रामीणों बीज समय पर ना मिलने, अच्छी कंपनी के बीज ना उपलब्ध होना, सब्सिडी समय से ना आना, कर्मचारियों की लापरवाही, आवारा पशुओं की समस्याएं रखी। किसानों को आश्वासन की घुट्टी पिलाकर मंत्री जी रुखसत हो गए।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत बालामऊ गांव को खरीफ कलस्टर योजना में चयनित किया गया है जिसमें मक्का की फसल के लिए 1625 किसानों में 46 किसानों को चयन किया गया जिन्हें मक्का उपलब्ध कराई गई है जिससे बीज अनुदान व अनुदान प्रोत्साहन राशि कीटनाशक की सुविधा दी जाएगी जिसमें कृषि विभाग के सहयोग से किसानों की फसल लेहरा रही है। किसान काफी उत्साहित थे लेकिन चुनिंदा कंपनी के बीज ही उपलब्ध होने पर ग्रामीणों ने कहा अच्छी कंपनियों जैसे पायनियर को भी शामिल किया जाए। 1625 किसानों के स्वाइल हेल्थ कार्ड जारी किए गए जिससे किसानों को पता चल सके कि उनके खेत की मिट्टी को क्या उर्वरक की आवश्यकता है जिससे आर्थिक बचत पर हो सके जिस पर अधिकांश किसानों ने शिकायत की कि मेरी मिट्टी का नमूना लिए बिना मर्दा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए। 5 किसानों को सोलर की सुविधा दी गई। किसान प्रेम प्रकाश लेजर लैंड लेवलर उपलब्ध कराया गया जिससे मंत्री जी ने सम्मानित किया। किसानों ने बताया कि अभी तक मिलने वाली सब्सिडी नहीं मिली है। किसान राजेंद्री देवी को वर्मी कंपोस्ट की सुविधा पर मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। अभी तक किसानों को अनुदान ना मिलने पर संबंधित अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई प्रत्येक दशा में 1 सप्ताह के अंदर खाते में अनुदान आ जाना चाहिए। कृषि मंत्री ने कहा कि रसायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग के कारण मिट्टी की गुणवत्ता खराब हो रही है वही लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है इसलिए आप लोग आवारा पशुओं को खूंटा से बांधकर उससे दूध स्वास्थ्य बेहतर वह गोबर गोमूत्र से जैविक खेती की आदत डालें। फसलों को विविधीकरण से आर्थिक स्थिति में सुधार लाएं। तकनीकी सहायक STM.BTM को कड़ा निर्देश दिया कि गांव में जाकर किसानों को जागरूक करें, उन्हें वैज्ञानिक तरीके से कृषि करने के बारे में तैयार करें। किसान मूलचंद्र, सुखदेव, संजीव सिंह कनौजिया, सुशील कुमार, नंदलाल आदि ने किसानों की फसल की सिंचाई के लिए नलकूप की मांग की जिस पर उन्होंने क्षेत्रीय विधायक से मांग पत्र देकर लेने की बात कही। किसानों ने आवारा पशुओं के लिए गौशाला की मांग की वही किसानों ने मार्केट में निर्धारित मूल्य से अधिक खाद, दवा व बीज मिलने की शिकायत की। मृदा परीक्षण में बिना मिट्टी के परीक्षण किए कार्ड जारी किए गए। किसानों ने बताया छिड़काव मशीन अभी तक सब्सिडी नहीं मिली है। मंत्री जी ने कछौना में स्थित कृषि रक्षा इकाई की जर्जर दुर्दशा रूबरू नहीं हुए जो कभी भी गिर सकती है वही किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर केवल कागजी आंकड़ों का ढिंढोरा पीटा किसानों ने जमीनी मुद्दे से दूर अपनी सरकार के गुणगान करके रुखसत हो गए।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान पुत्र गौतम कनौजिया, कृषि विभाग के आला अधिकारी, प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र मोहन, संयोजक क्षेत्र पंचायत सदस्य अजय पाल, किसान सत्येंद्र विक्रम सिंह, रामजस कनौजिया, नरेंद्र सिंह पटेल आदि सैकड़ों संख्या में किसान मौजूद रहे।