छतरपुर जिले के मातगुवा थाना क्षेत्र का है। खड़गांय निवासी कपड़ा व्यापारी अंशुल शर्मा पिता विनय शर्मा ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है। जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल वह ठीक है। अंशुल का कहना है कि वह गांव में कपड़े की दुकान लगाता है। साथ ही हाट-बाजार और अन्य गांवों में भी बाजार करने जाता है।
कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर और लॉकडाउन ने उसे काफी घाटा और नुकसान पहुंचाया है। ऊपर से तीसरी लहर और लॉकडाउन का डर बढ़ गया है। इन हालातों ने धंधे की कमर तोड़कर रख दी है। तीसरी लहर की सुगबुगाहट सुनकर वह दहशत में आ गया था। इस वजह से उसने सुसाइड करने के उद्देश्य से घर में रखी चूहा मार दवाई खा ली थी।
अंशुल की दो साल पहले मंजूलता से शादी हुई थी। उसकी दो माह की एक बेटी भी है। अब तक हुए नुकसान और बच्ची की परवरिश की चिंता ने उसको अंदर से हिला दिया है। उसे समझ नहीं आ रहा कि लगातार हो रहे नुकसान की भरपाई कैसे होगी। अब आने वाली आफत उसे जीवनभर उबरने नहीं देगी। इसके डर से उसने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया।