जन्म के दूसरे दिन  मां की मौत के बाद जिस ताई ने बड़ा किया, उसी को काट डाला

 

एमपी के शिवपुरी‎ में घर के बंटवारे की रंजिश में देवर ने अपने बेटे के साथ मिलकर विधवा भाभी की हत्या कर दी।भतीजे राधाशरण ने मंजूलता पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार किए। अपनी ताई की हत्या करते समय उसने एक बार भी नहीं सोचा की उसकी रगों में बहने वाला खून उसकी ताई की ही देन है। जब वह एक दिन का था, तब उसकी मां की मौत हो गई थी। मंजूलता ने अपनी बेटी के हिस्से का आधा दूध उसे पिलाकर बड़ा किया था। महिला अपने दोनों बेटों‎ को बचाने के लिए दौड़कर‎ ‎आई थी। हमले में उसका‎‎ 16 साल का छोटा बेटा भी‎‎ गंभीर रूप से घायल है। ‎हमलावर पिता-पुत्र पर हत्या‎ और हत्या के प्रयास का‎‎ मुकदमा दर्ज किया गया है।

‎मंजूलता भार्गव (50) पत्नी ‎ कांतिकिशोर‎ निवासी हाईस्कूल गली,‎ भौंती की गुरुवार की सुबह 9:45 से 10:10 बजे‎ के बीच उसी के देवर राजू भार्गव पुत्र बैजनाथ‎ और भतीजे राधाशरण पुत्र राजू भार्गव ने हत्या‎ कर दी थी। आरोपी पिता-पुत्र ने महिला पर बका‎ और कुल्हाड़ी से तब तक वार किए, जब तक वह‎ मर नहीं गई।

हमले में मंजूलता का छोटा‎ बेटा गिर्राज भार्गव (16) भी गंभीर रूप से‎ घायल हुआ है। घायल गिर्राज को जिला‎ अस्पताल से ग्वालियर रेफर किया गया है। हत्या‎ के बाद आरोपी राजू भार्गव और उसका बेटा‎ राधाशरण पुलिस थाने की तरफ बका और‎ कुल्हाड़ी लेकर जा रहे थे। हमले की सूचना‎ बड़े बेटे विनय भार्गव ने पुलिस थाने‎ पर दे दी थी। इसलिए पुलिस ने रास्ते में ही‎ पिता-पुत्र को पकड़ लिया। घटना के बाद SP‎ राजेश सिंह चंदेल शाम 6:30 बजे भौंती पहुंचे‎ और घटनास्थल का मौका मुआयना किया।‎

  मृतका के बड़े बेटे विनय ने बताया कि इस घटना से पहले कभी भी दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को चांटा तक नहीं मारा। बहस जरूर कभी-कभार हो जाया करती थी। विनय ने बताया कि जिस चचेरे भाई राधाशरण ने मां की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी, उसकी मां की मौत तो उसके जन्म के बाद ही हो गई थी। राधाशरण को उसकी मां ने ही 6 महीने तक अपने आंचल की छांव दी, उसे दूध पिलाया। मां ने राधा के लिए बहन नैनसी के हिस्से के दूध में बंटवारा किया। नैनसी और राधाशरण की उम्र में सिर्फ छह महीने का अंतर है।

चाचा ने चाची को भी मारा था
विनय कि मानें तो उसके चाचा पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। उसके चाचा ने चाची को भी मारा था, तब भी उनकी ससुराल वालों ने उन पर मामला दर्ज करवाया था, लेकिन वह उस समय भी बच गए थे। मृतका मंजूलता भार्गव के शिक्षक पति कांतिकिशोर भार्गव की करीब आठ साल‎ पहले मौत हो चुकी है।

चली आ रही थी संपत्ति विवाद पर  रंजिश
बताया जा रहा है कि आरोपी और मृतिका के बीच में डेढ़ दशक पूर्व से संपत्ति का विवाद चला आ रहा है। मृतिका के पति की मौत के बाद आरोपी पर 15 साल पहले भी गंभीर धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ था। उस समय भी आरोपी जेल गया था हालांकि बाद में समाज और रिश्तेदारों की बैठक के बाद मामले में सुलह हो गई थी और कोर्ट में बयान बदल गए थे।

दी सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी
इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कस्बे में ही रहने मंगल ठाकुर नाम के एक व्यक्ति को भी धमकी दी थी। बताया जा रहा है कि मंगल से भी आरोपी का पुराना विवाद चला आ रहा है। मंगल ने पूर्व में राजू भार्गव को चांटा मारा था, तभी से दोनों में रंजिश चली आ रही है।

 पूरा मामला यह है
मंजूलता भार्गव (50) पत्नी‎ स्वर्गीय कांतिकिशोर‎ ‎ निवासी हाईस्कूल गली,‎ भौंती की गुरुवार सुबह 9:45 से 10:10 बजे‎ के बीच उसी के देवर राजू भार्गव पुत्र बैजनाथ‎ और भतीजे राधाशरण पुत्र राजू भार्गव ने हत्या‎ कर दी। आरोपी पिता-पुत्र ने महिला पर बका‎ और कुल्हाड़ी से तब तक वार किए जब तक वह‎ मर नहीं गई। हमले में मृतिका मंजूलता का छोटा‎ बेटा गिर्राज भार्गव (16) भी गंभीर रूप से‎ घायल हुआ है। हत्या‎ के बाद आरोपी राजू भार्गव और उसका बेटा‎ राधाशरण पुलिस थाने की तरफ बका व‎ कुल्हाड़ी लेकर जा रहे थे। चूंकि हमले की सूचना‎ मृतिका के बड़े बेटे विनय भार्गव ने पुलिस थाने‎ पर दे दी थी इसलिए पुलिस ने रास्ते में ही‎ पिता-पुत्र को पकड़ लिया। जिस गली में हत्या की गई वहीं पड़ोसी की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे‎ में महिला की हत्या के फुटेज कैद हो गए। वीडियो में साफ दिख रहा है कि‎ पिता-पुत्र बका और कुल्हाड़ी से मंजूलता पर बेरहमी से हमला कर रहे हैं।‎

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