वाराणसी के अंतरराष्ट्रीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कई वैरायटी की सब्जियां लगाई गईं हैं। इनमें सबसे खास यह गाजर वाली मूली जो कि पूरी तरह से लाल है। पहली मर्तबे तो देखने में पूरा गाजर ही लगती है। मगर, ऊपर जैसे ही पत्ते पर नजर जाती है तो मालूम चलता है कि यह मूली ही है।
इस काशी लोहित मूली को खाने से आप टेंशन फ्री रह सकते हैं। इसे मेंटल स्ट्रेस बस्टर (मानसिक अवसाद खत्म करने वाली) की तरह से उपयोग किया जाता है। यानि कि आपको किसी वजह से मानसिक तनाव हो रहा है तो मूली खाएं तत्काल राहत मिलेगी। इस मूली को विकसित करने वाले संस्थान के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. बीके सिंह ने बताया कि मेंटल स्ट्रेस के कारण शरीर में काफी मात्रा में फ्री रेडिकल निकलता है। उसी को यह मूली तेजी से खत्म करता है। इसमें एथनोसाइनिन पिगमेंट की मात्रा अधिक रखी गई है। इसी वजह से इसका रंग लाल होता है और यही वह तत्व है जो कि मूली को स्ट्रेस बस्टर बनाता है। यह पिगमेंट स्ट्रेस के दौरान शरीर में निकलने वाले फ्री रेडिकल पर एंटी ऑक्सीडेंट की तरह से काम करता है।
है सामान्य मूली से 2 गुना ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट
एंटी ऑक्सीडेंट गुणों के मामले में यह सामान्य मूली से 2 गुना ज्यादा फायदेमंद है। इसमें न्यूट्रिशनल एलिमेंट्स भी सामान्य मूली से ज्यादा है। विटामिन C और खनिज लवण भी भरपूर पाया जाता है। वहीं 0.6% प्रोटीन, 0.3% वसा, 0.6% खनिज पदार्थ, 0.6% फाइबर और 6.8% कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इसका तीखापन, स्वाद और खेती की विधि हूबहू ओरिजिनल मूली की ही तरह से है। इसमें मौजूद गैसीय आइसोथायोसाइनेट की वजह से तीखापन होता है।
लगाएगी शादी समारोह में सलाद में चार चांद
डॉ. सिंह ने बताया कि इस मूली का दूसरा सबसे खास उपयोग शादियों और समाराेहों में होता है। इसकी कटिंग कर जब लच्छेदार शेप देते हैं तो यह सलाद के आकर्षण को कई गुना तक बढ़ा देता है। डॉ. सिंह ने कहा कि कई तरह के पौधों के बीच ही क्रॉसिंग कराकर इसके बाद कलर को फिक्स किया गया है। इस मूली की प्रजाति को तैयार करने में कुल 8 साल का लंबा समय लगा है।
मंगाए बीज पोर्टल से बीज
इस मूली को किसान खेत के अलावा आम शहरी अपने घर के गार्डेन में भी लगा सकते हैं। राष्ट्रीय बीज निगम दिल्ली के बीज पोर्टल पर इसका बीज मिल रहा है जहां पर जाकर ऑर्डर-बुकिंग की जा सकती है। वहीं IIVR के सब्जी पोर्टल पर यह मई महीने से बुक की जा सकेगी।