मास्क नहीं लगाने में हुआ बवाल दवा कंपनी की मालकिन बोलीं- हाथ लगाकर दिखा, कॉन्स्टेबल ने पकड़ा तो सड़क पर फेंका दूसरी महिला कॉन्स्टेबल ने जागृति को चप्पल से मारना शुरू कर दिया

 

एमपी में एबी रोड सयाजी द्वार पर बिना मास्क के जा रही एक महिला को टोका तो उसने बवाल कर दिया। एसडीएम से बहस की। फिर पुलिस थाने ले जाने लगी तो बोली हाथ लगाकर दिखा और महिला कॉन्स्टेबल को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। इससे गुस्साई दूसरी कॉन्स्टेबल ने महिला को चप्पल जड़ दी।

पुलिस के अनुसार जागृति माधवानी मिश्रा स्कूटी से जा रही थीं। उन्होंने मास्क नहीं लगाया था। जागृति को प्रशासनिक टीम ने समझाइश देते हुए फूल भेंट किया। जब महिला से कहा गया कि आप चालान कटवा लें तो वह भड़क गई। उसने एसडीएम प्रदीप सोनी, सीएसपी विवेक सिंह चौहान सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों को जमकर के खरी-खोटी सुनाई। बता दें, यहां नगर निगम, पुलिस और प्रशासन मास्क नहीं लगाने वालों पर चालानी कार्रवाई कर रहा था। जागृति ने खुद को फार्मा मैन्युफैक्चरर बताया है। उनकी खुद की दवा कंपनी है।

एसडीएम प्रदीप सोनी ने पुलिसकर्मियों से कहा- इसको थाने ले जाओ बंद कर दो। इस पर जागृति बोलीं मैं पढ़ी-लिखी हूं। आप कैसे बंद कर देंगे। 2 साल से आप चलन कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। आज ही क्यों? दो महिला कॉन्स्टेबल ने जागृति को पकड़ने की कोशिश की तो बोलीं- हाथ लगाकर दिखा और धक्का दे दिया। धक्के से एक महिला कॉन्स्टेबल नीचे गिर गई। इससे गुस्साई दूसरी महिला कॉन्स्टेबल ने जागृति को चप्पल से मारना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस उसको थाने ले गई।

 जागृति माधवानी का कहना है कि सर के रोकते ही मैंने माफी मांगते हुए कहा- मैं घर से निकलते समय मास्क लगाना भूल गई। मैं लगा लेती हूं। इस पर उन्होंने कहा- आपको चालान भरना होगा। उन्होंने अधिकारियों के पास भेज दिया। मैंने उनसे बात की तो वे बोले ठीक है मैडम, मास्क लगा लीजिए। उन्होंने फूल भी दिया। मैं जाने लगी तो एक सर आए और बोले- चालान तो भरना ही पड़ेगा। मैंने कहा कि सरकार ने दो साल से यह नियम लागू कर रखा है, आज ही चेकिंग क्यों… कल तो कई नहीं खड़ा था यहां। मैंने बहस शुरू की तो वे बोले अब तो चालान कटवाना ही पड़ेगा। वे मेरी गाड़ी लेकर चले गए। मैं चालान कटवा लेती तो सही रहती। बहस की तो गलत हूं।

एसडीएम प्रदीप सोनी का कहना कि मास्क लगाने की लोगों की आदत कुछ दिनों से छूट गई है। नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। मास्क नहीं लगाने वालों को समझाइश देने के साथ ही मंगलवार से चालानी कार्रवाई शुरू की गई है। महिला का व्यवहार गलत था। लोगों को सोचना चाहिए कि प्रशासन आखिर उन्हीं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सख्ती कर रहा है। महिला को लगा कि आज अचानक क्यों बैठ गए। 90 फीसदी लाेगों ने मास्क लगाना बंद कर दिया है। हमने पॉजिटिव कार्रवाई भी की है। जैसे समझाइश दी, फूल दिया।

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