*बांदा*। परिवहन निगम के अधिकारी और कर्मचारी अपने ही विभाग को दोनों हाथों से लूट रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब महोबा डिपो की बस को खैराडा के पास लखनऊ से आई टीम ने रोक लिया और जांच की। जांच के दौरान रोडवेज बस में 40 यात्री बिना टिकट मिले। यह देखा अधिकारी के होश फाख्ता हो गए। संविदा चालक और परिचालक आरजू मिन्नत करने लगे, लेकिन अधिकारियों ने एक नहीं सुनी। बस को बांदा के लिए रवाना किया।
परिवहन निगम के उच्च अधिकारी अक्सर दावा करते हैं कि निगम घाटे में चल रहा है। ऐसा हो भी क्यों न जब रोडवेज के कर्मचारी और अधिकारी दोनों इस विभाग को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। गुरुवार को लखनऊ से आई जांच टीम ने महोबा डिपो की बस स्टेशन से सवारियां भरकर बांदा के लिए रवाना हुई रोडवेज बस नंबर यूपी 95 टी, 3468 को खैराडा के पास रोक लिया। बस में संविदा चालक मोहम्मद इजराइल और संविदा परिचालक देवेंद्र तिवारी चल रहे थे। बस रोकने के बाद जांच टीम के सदस्य बस के अंदर पहुंचे और परिचालक से टिकट की जानकारी ली परिचालक देवेंद्र तिवारी ने कुछ ही टिकट बताएं चेकिंग के दौरान परिवहन निगम की इस बस में 40 यात्री बिना टिकट पाए गए। यह देखकर जांच टीम के सदस्यों का पारा चढ़ गया। पकड़े जाने पर चालक और परिचालक अधिकारियों की आरजू मिन्नत करने लगे। मिली जानकारी के मुताबिक जांच टीम के अधिकारीयों ने टिकट बुकिंग बैग को अपने कब्जे में ले लिया।