राजस्थान के सीकर में टीचर की पिटाई से 8th के स्टूडेंट के दो दांत टूटने के मामले में रविवार को बच्चे का बयान लिया गया। होंठ पर टांके आने के कारण वह ठीक से बोल नहीं पा रहा है। लड़खड़ाती आवाज में उसने आपबीती बताई। सोमवार को दूसरे बच्चों के भी बयान लिए जाएंगे। फिलहाल जांच में सामने आया कि पहले भी दोनों टीचर के मारने से कई अन्य बच्चों को चोट लगी है। मामला सीकर जिले के बाल भारती कॉन्वेंट स्कूल का है।
धोद थाने के एएसआई मूलाराम ने बताया कि 13 साल के छात्र रोशन से पिटाई करने पर टीचर रामनिवास और श्रवण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। रामनिवास स्कूल के डायरेक्टर भागीरथ का भतीजा है। श्रवण कुमार मैथ्स का टीचर है। जांच के लिए रविवार को स्कूल में बच्चे रोशन को बुलाया गया। एक कमरे में बच्चे को अकेला बैठाकर बयान लिया गया।
बच्चे ने कहा सर ने डंडा मारकर धक्का दिया
बच्चे ने लड़खड़ाती आवाज में बताया कि 24 दिसंबर को अर्द्धवार्षिक परीक्षा का लास्ट पेपर था। दोपहर करीब एक बजे पेपर पूरा हुआ। इसके बाद अपने दोस्त पुनीत के साथ लंच किया। डेढ़ बजे वापस क्लास में आकर हंसी-मजाक करना शुरू कर दिया। अचानक क्लास में रामनिवास और श्रवण आए। उन्होंने मुझे और पुनीत को सीट पर खड़ा किया।
इसके बाद रामनिवास सर ने मेरा हाथ पकड़ा। श्रवण सर ने पैर पर एक और हाथ में तीन डंडे मारे। दोस्त पुनीत के भी तीन डंडे मारे। रामनिवास सर ने धक्का मारकर क्लास से बाहर कर दिया। जमीन पर मुंह के बल गिर गया और बेहोश हो गया। होश में आया तो, हॉस्पिटल में था। मुंह से खून निकल रहा था और दांतों में तेज दर्द हो रहा था। टीचर इलाज कराकर वापस स्कूल लेकर आ गए।
रोशन ने बताया कि रामनिवास सर ने घर पर भी नहीं बताने की धमकी दी। सर ने कहा कि स्कूल में खेलते हुए फिसलकर चोट लगना बता देना। उसे स्कूल बस से घर के पास छुड़वाया दिया। बच्चे ने बताया कि रामनिवास सर आए दिन स्कूल में बच्चों के साथ मारपीट करते हैं। पहले भी कई बच्चे जख्मी हो चुके हैं।
घर जाकर दे रहा स्कूल स्टाफ धमकी
रोशन के पिता रामनिवास पिलानिया ने बताया कि 30 दिसंबर को दिल्ली से घर आया तो घरवालों ने सारी बात बताई। इसके बाद थाने में FIR दर्ज करवाई। स्कूल वाले लगातार फोन कर रिपोर्ट वापस लेने का दबाव बना रहे है। वहीं स्टाफ के करीब 7 टीचर घर आकर केस वापस लेने को कह चुके हैं। पिता ने कहा कि मेरा बेटा बोल भी नहीं पा रहा है। दो दांत टूटने और होंठ पर टांके के कारण खाना भी नहीं खा पा रहा। मुंह भी पूरा नहीं खुल रहा। केवल जूस, दूध, दही, छाछ पीकर पेट भर रहा है।