फिलाडेल्फिया में बुधवार सुबह एक भयावह हादसे में 7 बच्चों समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। इन सभी की मौत फिलाडेल्फिया शहर की N23rd स्ट्रीट के 800 ब्लॉक के तीन मंजिला घर में लगी आग की चपेट में आने से हुई।
फिलाडेल्फिया फायर डिपार्टमेंट के डिप्टी कमिश्नर क्रेग मर्फी ने कहा, मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि आग बुझने के बावजूद बिल्डिंग के अंदर से घायलों को निकाले जाने का काम जारी है। मृतकों के अलावा दो अन्य को गंभीर घायल हालत में हॉस्पिटल भेजा जा चुका है।
मौके पर आग बुझने के बाद भी कई फायर ट्रक खड़े हुए दिख रहे हैं, जिनके फायरकर्मी जली हुई बिल्डिंग में बचने वालों की तलाश कर रहे हैं। यह बिल्डिंग फिलाडेल्फिया पब्लिक हाउसिंग अथॉरिटी की है।
स्मोक डिटेक्टर थे खराब, महज 50 मिनट में आ गई मौत
बिल्डिंग में आग लगने के बाद इतने बड़े पैमाने पर मौत के लिए वहां लगे स्मोक डिटेक्टर्स खराब होने को कारण माना जा रहा है, जिनके चलते बिल्डिंग में मौजूद लोगों को समय पर आग लगने का अलर्ट नहीं मिल सका। डिप्टी कमिश्नर मर्फी ने कहा कि बिल्डिंग में चार स्मोक डिटेक्टर्स लगे थे और चारों खराब मिले हैं।
खाक हो गई 50 मिनट के अंदर जिंदगियां, 8 लोग निकले लकी
फायर फाइटर्स आग लगने की सूचना मिलते ही स्थानीय समयानुसर सुबह 6.40 बजे मौके पर पहुंच गए और 50 मिनट में आग पर कंट्रोल कर लिया, लेकिन तब तक 7 बच्चों समेत 13 लोगों की जान जा चुकी थी। अधिकतर मरने वाले बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर पर फंसे हुए थे।
बिल्डिंग में फंसे लोगों में से 8 लकी निकले, जो बाहर निकलने के दो रास्तों में से एक तक आग की चपेट में आने से पहले पहुंच गए और सुरक्षित बाहर निकल आए।डिप्टी फायर कमिश्नर मर्फी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह उनकी नौकरी के 35 साल में सबसे दुखद हादसा है। उन्होंने इससे पहले अपने करियर में इतनी भयावह आग नहीं देखी है।
मर्फी ने यह भी कहा है कि फिलहाल हादसे के कारण के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी लेकिन डिपार्टमेंट इसकी जांच करेगा। उन्होंने कहा, इसे संदिग्ध मानना आवश्यक नहीं है, लेकिन हम सभी इस पर ध्यान दे रहे हैं कि आग तेजी से इतने बड़े पैमाने पर क्यों फैली। इसकी हाइएस्ट लेवल पर जांच की जाएगी।
फिलाडेल्फिया पब्लिक हाउसिंग अथॉरिटी के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट दिनेश इंदाला के मुताबिक, इस बिल्डिंग में दो परिवारों के 26 लोग रहते हैं। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग का आखिरी बार फायर इंस्पेक्शन मई 2021 में हुआ था और उस समय 6 स्मोक डिटेक्टर्स चालू हालत में थे।