यूपी के कानपुर में क्रॉकरी व्यापारी की पत्नी अंजना मल्होत्रा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। सोमवार को पुलिस ने चार हत्यारोपियों को पकड़ा है, उनमें अंजना का पति भी शामिल है। आरोप है कि पति ने प्रेमिका के चक्कर में पत्नी की गला घोंटकर हत्या की थी।इसके बाद प्रेमिका के साथ मिलकर केमिकल से चेहरा जलाया था। फिर कार से पांडु नदी में शव को फेंक दिया। इस हत्याकांड को उसके पति ने प्रेमिका और उसके पिता समेत एक अन्य की मदद से अंजाम दिया था।
पहचान छिपाने के लिए तेजाब से चेहरा जलाया
कौशलपुरी की रहने वाली अंजना मल्होत्रा (36) 22 दिसंबर की रात से लापता हो गई थी। पनकी नहर में बीते शुक्रवार को एक महिला का शव मिला था। अंजना की बहन बबली ने दावा किया था कि यह शव उसकी बहन का है। पति शुलभ उर्फ मोंटू ने हत्या करके लाश को फेंक दिया है। नजीराबाद थाने में परिजनों ने एफआईआर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने 8 जनवरी को हत्या की एफआईआर दर्ज करके आरोपी पति को गिरफ्तार किया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। उसने बताया कि पत्नी की कौशलपुरी स्थित घर में प्रेमिका किरण के साथ मिलकर हत्या की थी। इसके बाद उसे प्रेमिका और चचेरे भाई ऋषभ की मदद से शव को कार में रखकर प्रेमिका के घर भन्नानापुरवा पहुंचे।
यहां पर पहचान छिपाने के लिए अंजना के चेहरे को केमिकल और तेजाब से जलाया। इसमें प्रेमिका के पिता ने भी सहयोग किया। उसने तेज़ाब लाने में मदद की थी। चेहरे के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में भी तेजाब से जलाया। इसके बाद कार से महाराजपुर सिकटिया ले जाकर शव को पांडु नदी में फेंक दिया था।
इस तरह खोला लावारिश लाश ने हत्याकांड
एसीपी नजीराबाद संतोष सिंह ने बताया कि पनकी नहर में शुक्रवार को एक महिला का शव मिला था। शव 10 से 15 दिन पुराना था। मृतक की बहन बबली ने शव की पहचान अपनी बहन अंजना के रूप में की थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के दौरान डीएनए सैंपल भी लिया था। ताकि वैज्ञानिक तरीके से पुष्टि हो सके कि अंजना का शव था।
सीट और पावदान में खून भर गया तो कार बदली
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि हत्यारोपित पति ने प्रेमिका के घर में अंजना का चेहरा और शव तेजाब से जलाने के बाद दूसरी कार से शव को ठिकाने लगाने के लिए ले गया था। क्योंकि पहली कार में खून भर गया था। फोरेंसिक जांच में पति शुलभ, प्रेमिका, प्रेमिका के पिता और शलभ के हाथ से बेंजाडीन टेस्ट में खून के धब्बे मिले हैं।
चौकी इंचार्ज से लेकर ACP तक ने की लापरवाही
जांच में सामने आया है कि मृतक अंजना की बहन बबली उसके लापता होने के अगले दिन ही 23 दिसंबर को नजीरबाद थाने, चौकी और फिर एसीपी नजीराबाद संतोष सिंह के यहां गईं थी। लेकिन पति शुलभ उर्फ मोंटू की गुमशुदगी का हवाला देकर सभी ने टरका दिया था। जबकि बबली ने बताया था कि उसके किसी महिला से संबंध हैं।
उसकी वजह से ही बहन की हत्या करके शव गायब कर दिया है। लेकिन पुलिस ने बताया कि उनके पति शुलभ उर्फ मोंटू ने गुमशुदगी दर्ज कराई है। इसलिए जांच करने की बजाए मायके वालों को ही भगा दिया था। थाने का घेराव और हंगामा-बवाल के बाद पुलिस ने दो दिन पहले मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
प्रेमिका हुई थी प्रेमी के कहने पर हत्याकांड में शामिल
प्रेमिका सामान्य परिवार से आती है। उसके पिता राम दयाल ड्राइवर है। प्रेमी के कहने पर वह हत्या में शामिल हुई थी। पूरे परिवार का खर्च शुलभ ही उठता था। उनको लगा कि अब मेरी बेटी से शादी हो जाएगी। इसलिए बेटी के साथ उसका पिता भी इस वारदात में शामिल हुआ था।
पति पत्नी में होता था विवाद
पूछताछ में क्राकरी कारोबारी सुलभ ने पुलिस को बताया कि सुलभ और किरन के बीच प्रेम संबध थे इसकी जानकारी होने पर अंजना और सुलभ के बीच अक्सर झगड़े होते थे। करीब आठ माह से दोनों के बीच में काफी तनाव था। 22 दिसंबर को बेटे अयान ने मां अंजना से कोल्ड ड्रिंक मांगी। अंजना ने ठंड होने के चलते इसके लिए मना कर दिया। लेकिन सुलभ का चचेरा भाई रिषभ अयान को लेकर घुमाने और खिलाने पिलाने चला गया। तभी अंजना और सुलभ में इस बात पर झगड़ा हो गया। सुलभ ने अंजना को पीट दिया तो उसने सुलभ का कालर पकड़ लिया। इस पर आपा खोकर सुलभ ने अंजना के दुपट्टे से ही उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।