एमपी के देवास में आदिवासी परिवार का नरसंहार मामला 6 महीने बाद फिर सुलग रहा है। परिवार की जिंदा बची इकलौती बेटी भारती कास्डे आरोपियों को सजा दिलाने के लिए खुद सिर पर कफन बांधकर न्याय यात्रा लेकर निकल पड़ी हैं। नेमावर से 1 जनवरी से शुरू हुई यात्रा 11 दिन बाद को भोपाल पहुंच गई है। परिवार को न्याय दिलाने इस बेटी ने 200 किमी की यात्रा पैदल ही की है। सरकार ने ताबड़तोड़ CBI जांच की सिफारिश तो कर दी है, लेकिन भारती का कहना है कि यह मात्र एक पड़ाव है पूरा न्याय नहीं है। आज वह राज्यपाल से मिलने वाली हैं