*तिंदवारी*।थाना क्षेत्र के बेंदा गांव का 35 वर्षीय संतोष सविता पुत्र स्व. चेती सविता 7 जनवरी की शाम बेंदाघाट चौराहे से अपनी सैलून की दुकान बंद कर अपने बच्चों को समोसा लेकर साइकिल से घर के लिए निकला लेकिन घर नही पहुंचा, देर शाम तक संतोष के घर न पहुँचने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू लेकिन कहीं पता नही चला। अगले दिन 8 जनवरी की सुबह जंगल के पास एक मजरे के पास सन्तोष की साइकिल व हैंडिल में समोसा बंधे हुए पड़े मिले।
अनहोनी की आशंका पर संतोष की विधवा माँ कल्ली देवी ने तिंदवारी पुलिस को लिखित सूचना दी। जिस पुलिस ने 8 जनवरी को गुमसुदगी दर्ज की थी। परिजन लगातार खोजबीन लगे थे, कि इसी बीच एक सप्ताह बाद शुक्रवार 14 जनवरी की सुबह संतोष का शव गाजीपुर थाना क्षेत्र में यमुना नदी किनारे मिला है।
संतोष सविता अपने माता पिता की इकलौती संतान थी, हालांकि संतोष के पिता चेती की कई वर्ष पहले मृत्य हो गई थी। संतोष सविता के दो बेटे व एक बेटी है। पत्नी विमला देवी गर्भवती है।
फतेहपुर जिले गाजीपुर थाने में शव मिले होने के कारण शव का पंचनामा और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया गाजीपुर थानाध्यक्ष संगम लाल द्वारा कर शव को फतेहपुर भेजा गया है।
*तिंदवारी पुलिस की शिथिलता पर उठे सवाल।*
7 जनवरी को घर न पहुँचने पर इकलौते बेटे की तलाश में माँ विमला देवी पुलिस को अपहरण और किसी अनहोनी की आशंका जताई, लेकिन तिंदवारी पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर हाँथ में हाँथ रखे बैठी रही, एक सप्ताह बाद 14 जनवरी को सन्तोष का शव मिलने पर मृतक के परिजन पुलिस पर हीलाहवाली करने व ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। विधवा पत्नी कल्ली देवी और विधवा माँ विमला देवी समेत बेंदा के ग्रामीणों ने पुलिस की ढुलमुल रवैये पर सवाल उठाए हैं।