हिसार में जहर निगलने से नवविवाहित दंपती की मौत हो गई। दंपती ने बीते जुलाई महीने में ही सिरसा कोर्ट में प्रेम विवाह किया था। मृतक विक्रम और रेणू एक ही गांव लांधड़ी के रहने वाले थे। मौत से पहले 22 वर्षीय पति विक्रम ने खुद जहर लेने का कारण बताया है। उन्होंने बुधवार रात को जहर निगला था। शुक्रवार दोपहर को इलाज के दौरान हिसार के निजी अस्पताल में दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में इत्तफाकिया घटना मानकार कार्रवाई की है। किसी के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
मृतक विक्रम के चचेरे भाई सुभाष ने बताया कि विक्रम के पिता सागरमल की करीबन 15 साल पहले मौत हो चुकी है। विक्रम आदमपुर कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रहा था और साथ में गांव की गौशाला में सेवादार के पद पर काम करता था। पढ़ाई के दौरान ही उसका गांव की लड़की रेणू के साथ मेल-मिलाप हो गया था। इसके बाद दोनों ने 3 जुलाई को सिरसा कोर्ट में शादी कर ली थी। शादी के बाद से ही दोनों लांधड़ी गांव में ही अपने खेतों में बनी ढाणी में अपनी मां बनारसी के साथ रहते थे।
बुधवार शाम को विक्रम अपनी मां बनारसी को गौशाला में हो रही कथा में छोड़कर आया था। घर पर आने के बाद विक्रम व रेणू ने रात को दूध पिया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। दोनों को अग्रोहा के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वीरवार तक दोनों की हालत स्थिर थी, लेकिन शुक्रवार सुबह उनकी फिर से तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद विक्रम और रेणू को इलाज के लिए हिसार के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां शुक्रवार को पहले विक्रम और उसके बाद रेणू की मौत हो गई।
मौत से पहले बताई थी जहर निगलने की वजह
विक्रम ने अपनी मौत से पहले जहर निगलने की वजह खुद अग्रोहा पुलिस को बताई। पुलिस ने विक्रम का बयान लिया था। तब उसने बताया था कि वह दोनों पति-पत्नी हर रोज रात को दूध के साथ शक्तिवर्धक पाउडर खाते थे। बुधवार रात को गलती से उन्होंने दूसरे डिब्बे से दवा दूध में डाल ली थी जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। पुलिस के अनुसार दोनों ने अपनी गलती से ही जहर का सेवन किया है और इस बारे में बयान दिया है, जिस कारण से इत्तफाकिया कार्रवाई की गई है। गांव के सरपंच प्रतिनिधि विजय पूनिया के अनुसार गांव में ही शादी करने के बाद से रेणू के परिवार ने उसके साथ बोलचाल तो बंद कर दी थी, लेकिन किसी तरह की धमकी देने का विरोध जैसी कोई बात नहीं थी।