खागा क्षेत्र की सबसे बड़ी गौशाला अस्थाई नन्दी गौशाला विक्रमपुर बताया जाता है जहां पर 1 सैकड़ा से अधिक गोवंश है जिनमें 2 दर्जन से अधिक बीमार व अस्वस्थ है जिनको जीते जी कुत्ते बना रहे अपना निवाला खून से लथपथ तड़पती हुई मांग रही अपनी मौत की भीख*
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पत्रकारों की टीम जहां देखा कि बिक्रमपुर गौशाला में जिंदा गाय को खुले आसमान पर तड़पते हुए नोच नोच कर कुत्ते अपना भोजन बना रहे थे वही मौके पर उपस्थित गौशाला में गायों के रखवाले लेबर गेंदलाल, रामदेव, बुद्धू द्वारा जानकारी ली गई जिन्होंने बताया कई एक बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी अब तक किसी प्रकार की सुविधा नहीं मुहैया कराई गई इन कुत्तों के आतंक से दर्जनों गाय को जिंदा तोड़ कर खा जाते हैं वही ग्राम प्रधान चंद किशोर तथा सचिव संतोष कुमार को फोन लगाने पर मौके पर न उपस्थित होते हुए डीएम कार्यालय में मीटिंग का हवाला दिया/आपको बता दे गौशालेे में हो रहे गायों के साथ अन्याय से बचने के लिए जिम्मेदार भी अपना पल्ला झाड़ जिम्मेवारी से मुंह मोड़ रहे हैं जहां क्षेत्रीय ग्रामीणों की लाख प्रयास के बाद गौशाले में उपस्थित गौवशों के पेट भरने का जीका चार तथा भूसा में डाका डाल अपना जेब भर रहे हैं/
वैसे तो गौशाला में सुविधा के नाम पर खली, चोकर, पसुहार, नमक, गुड, हरा चारा भूसा इत्यादि अनेकों सामग्री उपस्थित दिखाई जाती है वह भी कागज पर वही मौके पर सूखा भूसा, पयार ही नसीब होता है वह भी आधा पेट इन जानवरों की हालात पेट भर चारा ना पाने की वजह से ऐसी है वही जब नजर डाली स्टाक पर सारा स्टाक गोदाम खाली मिला जो कि वहां के उपस्थित जिम्मेवार गेंद लाल रामदेव बुद्धू सुखदेव बाबू शर्मा तथा प्रधान के भतीजे ललित पाल ने बताया कि सुविधा के नाम पर सिर्फ व सिर्फ केवल खेल होता है जो कि कैमरे की स्क्रीन पर रिकार्ड है।
न्यूज वाणी समाचार
खागा संवाददाता
राजेश यादव