भूकंप से  अफगानिस्तान में  अब तक 28 की हुई मौत और 800 घर जमींदोज

 

अफगानिस्तान में आए भूकंप में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी हैं। मंगलवार को यहां इंटरनेशनल रेस्क्यू टीमें भी पहुंचीं। मलबे में जिंदा लोगों की तलाश की जा रही है। यह भूकंप बदगिस राज्य में कदीस इलाके में आया था। यह बेहद दूर-दराज का और गरीब इलाका है। राज्य सरकार के प्रवक्ता बाज मोहम्मद सरवरी ने कहा- हमें मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है, क्योंकि 800 से एक हजार घर जमींदोज हुए हैं। घटना के वक्त ज्यादातर लोग घर में थे।

आया 2 बार भूकंप
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कदीस में सोमवार रात दो बार धरती हिली। लोग पहले झटके से संभल भी नहीं पाए थे कि अचानक दूसरा झटका आ गया। भूकंप की तीव्रता 5.3 आंकी गई है। इस इलाके में ज्यादातर मकान पत्थर और मिट्टी के बने हैं। ये ढह गए और मलबे में कई लोग दब गए। मंगलवार तक 28 शव मिल चुके थे। कदीस के इस इलाके में कोई सड़क नहीं है, इसलिए यहां तक रेस्क्यू टीम को भी हवाई रास्ते से ले जाया गया है।

क्या कहा तालिबान ने 
तालिबान प्रवक्ता इनामउल्लाह समगनी ने मंगलवार को कहा- रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घायलों के इलाज के लिए तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। तालिबान ने काबुल से एक स्पेशल टीम कदीस भेजी है। ज्यादातर लोगों की मौत घर की छत के नीचे दब जाने से हुई। आसपास के इलाकों में भी भूकंप का असर देखा गया है लेकिन वहां से अब तक ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई। भूकंप का केंद्र तुर्कमेनिस्तान बॉर्डर के करीब था।

 
अफगानिस्तान के लिए इस प्राकृतिक आपदा से निपटना आसान नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि अफगानिस्तान सरकार के पास फंड्स नहीं हैं। हाल ही में यूएन ने कहा था अफगान सरकार को अपने अवाम का पेट भरने के लिए ही 5 अरब डॉलर की जरूरत है। हालिया कुछ साल में यहां सूखा भी एक समस्या रही है। हिंदू कुश इलाके में आने की वजह से अफगानिस्तान में भूकंप आते रहते हैं। मकान कच्चे हैं, इसलिए जल्द गिर जाते हैं और इसकी वजह से लोगों की मौत ज्यादा होती है।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.