तीन साल की मासूम ने गाना गाकर जीते करोड़ों दिल

राजस्थान में छोटी सी उम्र में अपनी गायकी से करोड़ों दिल जीतने वाली अलिजेह डॉक्टर बनना चाहती हैं। लेकिन अभी स्कूल बंद होने के चलते उनका ज्यादातर समय अपने मामा के स्टूडियो में ही गुजरता है। जहां नन्ही अलिजेह अपने नये गाने की तैयारी कर रही हैं। तीन साल की उम्र में अलिजे आसानी से सॉन्ग याद कर लेती हैं। अपनी तोतली आवाज में सुर साधती अलिजेह किसी का भी मन मोह लेती हैं।

यहां वह अपने अगले गाने की रिहर्सल कर रही थीं। ‘मेरा जूता है जापानी’ गाने पर अलिजेह कवर सॉन्ग रिकॉर्ड करेंगी। इसलिए उन्होंने गाने के बोल के जैसे ही ड्रेस अप किया था। जितने प्यारे अंदाज में वो गाना गाती है, उसी प्यारे अंदाज में उसने सवालों के जवाब भी दिए।

अलिजेह ने तुतलाती आवाज में कहा कि मुझे गाने का शौक है। अगला गाना कब आएगा इस सवाल पर थोड़ा सोचने के बाद उसने कहा कि एक दिन में। दरअसल, अलिजेह ने अपना पहला गाना ‘मेरा दिल’ एक दिन में ही रिकॉर्ड कर लिया था।अलिजेह मुस्कुराते हुए कहती है कि मुझे ‘बचपन का प्यार’ और ‘नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए’ गाना पसंद है। अलिजेह ने इसे गाकर भी सुनाया। आजकल वह अपने मामा के पास ही गिटार बजाना भी सीख रही है। कोरोना के चलते स्कूल बंद हैं तो सुबह से ही स्टूडियो आ जाती है। शाम तक गाने की रिहर्सल करती है।

पैदा होते ही बना दी थी इंस्टा आईडी
अलिजेह के मामा आदिल ने बताया कि अलिजेह के पैदा होते ही उन्होंने उसकी इंस्टा आईडी बना दी थी। उस पर उसके फोटो अपलोड करते थे। अलिजेह का अबतक का ज्यादातर बचपन मामा के पास बीता है। मामा के स्टूडियो में जब भी गाने रिकॉर्ड किए जाते, अलिजेह वह सुनती और गुनगुनाती थी। इसे देख आदिल ने उसे गाना सिखाना शुरू किया।

‘मेरा दिल पहाड़ो में’ गाना पहले आदिल ने ही गाया था। अलिजेह के शौक को देखते हुए उससे गाना रिकॉर्ड करवाया। उसकी आवाज और अंदाज से काफी पसंद किया गया। आदिल रिज़वी ने बताया कि अब 26 जनवरी को अलिजेह का गाना ‘मेरा जूता है जापानी’ रिलीज होगा।

अलिजेह की मां अफरोज रिजवी ने बताया कि बेटी हमेशा ही कहती है कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनेगी। अपने मामा के पास ज्यादा समय बिताया तो वहां गाने का शौक लग गया। अब वह घर पर भी अलग अलग गाने गुनगुनाती रहती है। गाने गाते हुए जब वह मुस्कुराती है तो अलग खुशी मिलती है। उन्होंने बताया कि स्कूल बंद हैं इसलिए अभी उसे घर पर पढ़ा रहे हैं।

पिता इरफान ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे जो करना चाहते हैं, उन्हें उसकी आजादी देनी चाहिए। उन्होंने कहा, बेटियां घर को खुशियों से भर देती हैं। अलिजेह अपनी प्यारी हंसी और शैतानियों से घर को खुशियों से भर देती है।

 

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