मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस मोतिहारी के एनएच-28 पर कोटवा क्षेत्र में बंगरा के समीप मोगा होटल के पास अचानक पलट गई जिससे उसमें आग लग गई। बस में लगी आग से 27 लोगों की झुलसकर मौत हो गई है। बस का नंबर UP-75AT- 2312 है, जिसमें आग लगी है। इस दर्दनाक हादसे के एक घंटे के बाद फायरब्रिगेड की टीम पहुंची जिससे लोगों में आक्रोश है।बिहार के आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने मोतिहारी बस हादसे में 27 यात्रियों की मौत की पुष्टि की है। घटना पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक और सीएम नीतीश कुमार ने दुख जताया है और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख मुआवजा देने की घोषणा की है। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत के मुताबिक 8 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
जानकारी के मुताबिक बैरिया से बस दिल्ली के लिए खुली थी और 32 लोगों ने बस से दिल्ली जाने के लिए अॉनलाइन बुकिंग कराई थी। साहिल बस सर्विस की ये बस थी और बस का मालिक संतोष कुमार है जो हादसे के बाद फरार है। तिरहुत आयुक्त ने कहा है कि मुजफ्फरपुर से दिल्ली के लिए अवैध परिचालन किया जा रहा था और इसपर रोक लगाने के लिए परिवहन विभाग से मांग की गई थी।
जानकारी के मुताबिक बस में 32 लोग सवार थे जिसमें से पांच लोगों को ही बाहर निकाला जा सका है, जो बुरी तरह से घायल हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायलों में श्रृति कुमारी दरभंगा, संजीव कुमार समस्तीपुर, चिंटू चौधरी समस्तीपुर, राजदेव यादव मुजफ्फरपुर, रिंकू कुमारी व अमित कुमार बेगूसराय शामिल हैं।बता दें कि बस में पचास से ज्यादा लोगों के बैठने की जगह थी, लेकिन जानकारी के मुताबिक बस में 32 लोग ही सवार थे, जो मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रहे थे। कहा जा रहा है कि बस की रफ्तार तेज थी और एक गड्ढ़े की वजह से असंतुलित होकर पलट गई और उसमें आग लग गई। देखते ही देखते बस धू-धूकर जलने लगी। बस में सवार लोगों को निकलने का मौका भी नहीं मिला।स्थानीय लोगों ने धुंआ देखा तो पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। लोगों ने खुद से बस की आग को बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि लोगों को बचाने में मुश्किल आई और लोग मात्र पांच लोगों को ही बस से बाहर निकाल सके।आग लगने से बस का आधा से ज्यादा हिस्सा जल चुका है। अस्पताल में घायल लोगों को बचाने का काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि एसी बस थी और चारों तरफ से बंद थी जिसकी वजह से पलटने और आग लगने के बाद लोगों की चीख तक बाहर नहीं निकली और झुलसकर 27 लोगों की मौत हो गई।
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