उत्तर प्रदेश में डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि प्रबंधकों ने अगर अभिभावकों से स्कूल फीस बढ़ाकर ली तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्कूलों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने के भी निर्देश दिए हैं।
डीआईओएस ने बृहस्पतिवार को सीनियर सेकेंड्री स्कूल तारामंडल में निजी विद्यालय के प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव में वैक्सीनेशन की अहम भूमिका है। सभी स्कूल प्रबंधन वैक्सीनेशन के शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करें। शासन की ओर से निजी विद्यालयों को फीस न बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। अगर, किसी विद्यालय द्वारा फीस बढ़ाने की शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीआईओएस ने कहा कि जिन अभिभावकों की आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा के अंदर है और उनकी दो या दो से अधिक बेटियां निजी विद्यालयों में पढ़ती हैं तो उनका शिक्षण शुल्क प्रतिपूर्ति मांग पत्र शासन को भेजा जाएगा। ऐसे अभिभावकों का प्रस्ताव विद्यालयों के जरिये प्राप्त किया जा चुका है।
बैठक में गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप दो वर्ष से स्कूल फीस की बढ़ोतरी नहीं हुई है। वर्तमान में शैक्षिक कार्य के अलावा सभी गतिविधियां अपने सामान्य स्थिति में हैं। एसोसिएशन ने फीस बढ़ोतरी पर रोक के निर्णय पर शासन से पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। फीस निर्धारण अधिनियम के तहत ही स्कूलों को फीस निर्धारित करने की अनुमति देने की भी मांग की गई है। बैठक में अमन मिश्रा, राजीव गुप्ता, जी. चंद्रा, डॉ. सलील के. श्रीवास्तव तथा फूलचंद यादव आदि मौजूद रहे।