अमेरिका में बर्फीले तूफान की वजह से लगभग 7 करोड़ लोग आफत में पड़ गए हैं। न्यूयॉर्क और बोस्टन की बिजली गुल हो गई है जिस वजह से शहर की रफ्तार पूरी तरह से थम गई। न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, मैरीलैंड, रोड आइलैंड और वर्जीनिया राज्य में इमरजेंसी लगा दी गई है। इस इलाके में चार साल बाद इतना बढ़ा तूफान आया है। शनिवार को नेशनल वेदर सर्विस ने इस ‘बॉम्ब साइक्लोन’ को लेकर चेतावनी जारी की थी।
क्यों आया है तूफान
जब ठंडी हवा गर्म समुद्री हवा के साथ मिल जाती है तो वायुमंडलीय दबाव में तेजी से गिरावट आती है। इससे जो चक्रवात बनता है उसे ‘बॉम्ब साइक्लोन’ कहा जाता है। इसी वजह से फ्लोरिडा में अटलांटिक तट के पूर्व में कम दबाव और मैदानी इलाकों में जेट स्ट्रीम की गड़बड़ी से तूफान की शुरुआत हुई। तूफान के कारण तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। इसे लेकर चेतावनी भी जारी की गई है।
सड़कों पर 4 इंच मोटी बर्फ की चादर
न्यूयॉर्क शहर की सड़कों पर भी 4 इंच से ज्यादा मोटी बर्फ की परत जम गई है। शहर के मेयर एरिक एडम्स ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लोगों से घर में ही रहने का अनुरोध किया है।
लोग दे रहे स्नो डे की बधाई
ब्रुकलिन में कारोबार ठप हो गया है। शहर की गलियां और फुटपाथ एक दम सुनसान हो गए हैं। इस आपदा में भी लोग एक दूसरे को ‘स्नो डे’ की बधाई दे रहे हैं। न्यूयॉर्क और पड़ोसी राज्य न्यू जर्सी में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने लोगों को गैरजरूरी यात्रा से बचने के लिए कहा है। इसके अलावा जिन लोगों के लिए ट्रैवल करना बहुत ही जरूरी है उन्हें अपने साथ कंबल, पानी, खाना और जरूरी मेडिसिन रखने की हिदायत दी गई है।
बोस्टन में भी स्नो इमरजेंसी की घोषणा
बोस्टन में मेयर मिशेल वू ने भी स्नो इमरजेंसी की घोषणा की। एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हालात काफी ज्यादा खतरनाक होने वाले हैं। यह एक ऐतिहासिक तूफान हो सकता है। NWS ने अनुमान जताया है तूफान के दौरान 80 से 120 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इस वजह स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है।बर्फीले तूफान का असर हवाई सेवा पर भी पड़ा है। शनिवार को देश के अंदर और बाहर जाने वाली 3,500 फ्लाइट कैंसिल कर दी गई है। रविवार के लिए 885 उड़ानें पहले ही रद्द की जा चुकी हैं।