बिहार के औरंगाबाद में 27 जनवरी की रात हत्या के दो आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया। इसमें जख्मी दारोगा की इलाज के दौरान रविवार को पटना में मौत हो गई। मृतक दारोगा वीरेन्द्र पासवान दाउदनगर थाना में पदस्थ थे। मूल रूप से वो रोहतास जिले के शिवसागर थाना क्षेत्र के साेनडीहरा गांव के रहने वाले थे। फरवरी महीने की 16 तारीख को उनकी बेटी की शादी तय है। लेकिन बेटी की डोली उठाने से पहले उनकी अर्थी उठ गई।
हुई थी यह घटना
27 जनवरी की रात औरंगाबाद के स्पेशल टीम के साथ दाउदनगर के शमशेरनगर पीड़ी पर हत्या मामले के दो आरोपियों को पकड़ने दारोगा वीरेन्द्र पासवान भी गए थे। जहां ग्रामीणों द्वारा पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। इसमें वीरेन्द्र पासवान समेत तीन से चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। वीरेन्द्र पासवान को गंभीर चोटें आई थी। घटना के बाद दाउदनगर के अरविंद हॉस्पिटल से प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के पटना रेफर किया गया था। पटना पारस हॉस्पिटल में जख्मी दारोगा का इलाज चल रहा था। जहां दारोगा की मौत हो गई। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बेटी की डोली उठने से पहले दारोगा की उठ गई अर्थी
मृतक दारोगा की बेटी वंदना कुमारी की शादी फरवरी महीने में थी। शादी का कार्ड भी छप गया था। रिश्तेदारों के यहां न्योता दिया जा रहा था। घर में शादी को लेकर खुशी थी, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। बेटी की डोली उठने से पहले ही दारोगा पिता की अर्थी उठ गई। घटना के बाद से दारोगा के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मृतक दारोगा के बेटी की 9 फरवरी को तिलक जाना था। जबकि 10 फरवरी को संगीत, 14 को मड़वा, 15 को मेहंदी कार्यक्रम व 16 को बारात आनी थी। दारोगा ने अपनी बेटी की शादी दाउदनगर के एकौनी निवासी ई. विकाश के साथ तय किए थे। हालांकि लड़का पक्ष के सभी लोग रोहतास के बिक्रमगंज में रहते हैं।
हत्या के आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने बोला था हमला
दाउदनगर के नान्हू बिगहा बालू घाट पर हुई हत्या और लूट मामले के अनुसंधान में शमशेरनगर पीड़ी पर निवासी रवि कुमार व विकास कुमार का नाम सामने आया था। जिसके बाद पुलिस दोनों को पकड़ने दाउदनगर के शमशेरनगर पीड़ी पर गई थी। इस दौरान रवि कुमार को हिरासत में लिया गया था और अनुसंधान में सहयोग करने की बात कही गई थी, लेकिन इतने में ही लोग गाली-ग्लौज व हंगामा करने लगे। जिसके बाद रवि के घर के पास भीड़ जुट गई थी। फिर भीड़ उग्र हो गई थी और पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। छत के ऊपर से धर्मेंद्र पासवान की पत्नी पूनम देवी एक बड़ा लोहे का टेल क्राउन से सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार पासवान के सिर पर मार दी थी। जिससे सब इंस्पेक्टर गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।
16 आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस भेज चुकी है जेल
हमला के बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस गुरूवार की देर रात 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। वहीं शुक्रवार की सुबह सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस कुल 16 महिला-पुरूष आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
गिरफ्तार आरोपियों में शमशेरनगर पीड़ी पर निवासी ब्रिजा पासवान, वीरेंद्र पासवान, रविंद्र पासवान, विशाल कुमार, जितेंद्र कुमार, रवि पासवान, पवन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अरवल जिले की मेहंदिया थाना क्षेत्र के कुंडी कुटी निवासी राहुल कुमार, शमशेर नगर पीड़ी पर निवासी सिंधु कुमारी, आरती देवी, मंजू देवी, नीतू कुमारी, पूनम देवी, नीलम कुमारी व तेतरी देवी शामिल है। मामले में 50 से 60 अज्ञात को भी आरोपित बनाया गया है।