दुनिया के सभी देशों के युवा वैलेंटाइन डे का खास इंतजार करते हैं। ज्यादातर देशों में धूमधाम और अलग-अलग परंपराओं के साथ वैलेंटाइन डे मनाया जाता है। कुछ देशों में तो इस दिन शादी करने का भी चलन है।
वहीं कई ऐसे मुस्लिम देश हैं, जहां आज भी वैलेंटाइन डे मनाने पर रोक है। सऊदी अरब भी ऐसे ही देशों में से एक था। सऊदी अरब जैसे परंपरावादी देश में वैलेंटाइन डे को ‘हराम’ यानी मजहब के खिलाफ समझा जाता था। यहां तक कि अगर कोई इसे मनाते हुए पाया जाता था तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाता था।
सऊदी अरब के प्रमुख धार्मिक विद्वान शेख अहमद कासिम अलगामदी की वजह से वहां पहली बार 2018 में वैलेंटाइन डे मनाया गया। शेख अहमद कासिम ने अपने बयान में वैलेंटाइन डे को मुहब्बत का त्योहार माना। अब सऊदी में बुर्का में रहने वाली महिलाएं वैलेंटाइन डे के दौरान सड़कों के किनारे और शॉपिंग मॉल में अपने प्रेमी के लिए खुलेआम फूल और गिफ्ट की खरीदती नजर आती हैं।