गैलापागोस आइलैंड में ज्वालामुखी से लावे की नदी बह रही है। 5,580 फीट की ऊंचाई पर मौजूद इस ज्वालामुखी में 6 जनवरी को विस्फोट हुआ था। जिसके बाद आसमान में 12,400 फीट की ऊंचाई तक राख का गुबार उठा था तब ही इससे निकला लावा 200 फीट की ऊंचाई तक फव्वारे की शक्ल में बाहर आया।
ज्वालामुखी का विस्फोट इतना भीषण था कि इसका नजारा सैटेलाइट की तस्वीरों में भी दिखाई दिया। यह ज्वालामुखी गैलापागोस में मौजूद कई सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है जो दक्षिण अमेरिका से लगभग 1,000 किलोमीटर दूर है।इस इलाके में रहने वाले लोग ज्वालामुखी विस्फोट को देवताओं और प्रकृति का प्रकोप मानते हैं।
इस ज्वालामुखी से निकला लावा प्रशांत महासागर में गिर रहा है।डबलिन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर माइकल स्टॉक का कहना है कि वुल्फ ज्वालामुखी के निकलने वाले मैग्मा में बहुत ज्यादा गैस नहीं होती है। इस वजह से सिस्टम पर दबाव नहीं बनता है और यह लावा नदी की तरह बहने लगता है।