खागा/फतेहपुर। हथगाम विकास खंड क्षेत्र से संबंधित नरौली शरीफ उर्स मुबारक के मौके पर गुलजार रहा। अंतिम दिन धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए गए। इस बीच सज्जादा नशीन हजरत हाशिम हुसैन सिद्दीकी की मौजूदगी में सूफियाना कव्वाली की धुन में मुरीद परवरदिगार के इश्क की दीवानगी में झूमते गाते रहे। शायर डॉ वारिस अंसारी ने निशुल्क मेडिसन सेंटर का इंतजाम किया।
देश के विभिन्न प्रांतों से आए हिंदू मुस्लिम भक्तों ने नरौली शरीफ में एकता एवं भाईचारे की मिसाल पेश की यहां मंगलवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चादर चढ़ाने आना था लेकिन उनकी व्यस्तता के चलते कांग्रेस प्रत्याशी शिवाकांत तिवारी के नेतृत्व में चादर पोशी की गई। मुंबई के सखावत एवं लखनऊ के मोईन कव्वाल ने सूफियाना कलाम से मुल्क में अमन चौन एवं भाईचारे का पैगाम दिया। खादिमे खास शायर डॉ वारिस अंसारी एवं मुफ्ती मोहम्मद वसीम मरकजी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार नरौली शरीफ में कासिम शाह,हाजी फखरुद्दीन शाह,पीर जाहिद शाह की मजारों पर चादर एवं गुलपोशी की गई। बाद नमाज जोहर चादर, गागर एवं संदल ख्वाजा जलालुद्दीन शाह की मजार पर पेश किया गया। बाद नमाज असर फातिहा एवं चरागां हुआ। बाद नमाज मगरिब खानकाहे इफहामिया से गागर शरीफ जुलूस नरौली चौराहा से होता हुआ हजरत इफहाम उल्लाह मोहम्मद फाजिल मियां की दरगाह में पेश हुआ। पूरी रात महफिले शमां में कव्वालों ने अपने कलाम से मुरीदों को भक्ति में डूब कर नाचने पर मजबूर कर दिया। इस बीच सज्जादा नशीन अजमत सफी उर्फ हाजी हजरत हाशिम हुसैन सिद्दीकी साहब उनके साहबजादे हसन मियां एवं हसनैन मियां जलवा अफरोज रहे। खानकाह से दरगाह तक गस्त शरीफ में घोड़ों के साथ-साथ जबरदस्त रोशनी की गई थी। हजारों भक्त पीछे चल रहे थे। दरगाह में दूर-दूर से लोग अपना कारोबार भी करने आए थे। आखिरी दिन नमाज-ए-फजर कुरआन ख्वानी, मिलाद शरीफ, महफिले शमां, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का फातिहा एवं नजरो नियाज और लंगर के साथ तीन दिवसीय नरौली शरीफ का उर्स मुबारक संपन्न हुआ। इस मौके पर मेहंदी हसन, काजी अब्दुल मतीन, इरशाद आलम उर्फ मुन्ना, इरशाद आलम उर्फ छोटू, छत्तीसगढ़ से आए केके सिंह, संजय सिंह, नासिर अंसारी, मोहम्मद आजाद कानपुरी, मोहम्मद शमीम बीजापुर, सुहेल अहमद अहमदाबाद, मोहम्मद अफजाल, शायर शिवशरण बंधु हथगामी, शिवम हथगामी, परवेज भी मौजूद रहे।