मरौली खदान खंण्ड 3 के संचालकों को भाजपा नेता की दबंगई से मिला छुटकारा, प्रशासन ने जांच कर खदान को दी क्लीन चिट- *ब्यूरो मुन्ना बक्श*
बाँदा। बीते दिनों एक भाजपा नेता की खदानों में दबंगई का मामला सामने आया था जिसपर मीडिआ ने प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया था जिसपर आज खबर का असर देखने को मिला है जहाँ बाँदा जिला प्रशासन और राजस्व की संयुक्त टीम ने खदान में जाकर नाप जोक किया जिसपर खदान की जमीन को सही पाते हुए ब्लैकमेलर भाजपा नेता को फटकार लगाते हुए खदान वालो को दबंग भाजपा नेता के झूठे दावे को खारिज करते हुए मुक्ति दिलाई है । खदानों के संचालन को देखते हुए छुटभैये नेता भी अपने आपको सीएम सहित कद्दावर मंत्रियों का करीबी बताकर प्रशासन सहित खदान संचालक पर रौब जमाने का काम करने में पीछे नहीं हटते है हैं । चटचटगन का निवासी एक तथाकथित भाजपा नेता द्धारा मरौली खण्ड – 3 के खनन क्षेत्र के हिस्से को अपनी भूमि बताकर लगातार प्रशासन को गुमराह करने का काम किया जा रहा था जिसपर खदान संचालक ने प्रशासन को पत्र भेजकर जाँच और उक्त नेता के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी । आज प्रशासन ने भाजपा नेता के दावों को खारिज करते हुए खदान संचालको को क्लीन चिट दी है ।
मामला बाँदा जनपद के मटौंघ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली खदान मरौली खण्ड संख्या – 3 का है जहाँ पर भाजपा नेता द्धारा ब्लैकमेलिंग से परेशान खदान संचालक ने बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों को भेजे शिकायती पत्र दिया था बताया था कि ग्राम चकचटगन का रहने वाला तथाकथित व्यक्ति दीपक शुक्ला अपने आप को भाजपा नेता बताते हुए अवैध वसूली की गरज से ब्लैकमेल करने का काम कर रहा है । खनन क्षेत्र के जमीन को अपनी बताकर मुख्यमंत्री सहित प्रशासनिक अधिकारियों से फर्जी शिकायत करने के बाद जब राजस्व टीम ने जांच की तो उक्त भाजपा नेता की जमीन खदान के दूसरी ओर ग्राम चकचटगन में पायी गयी, इसके बावजूद भी उक्त दबंग व्यक्ति के द्धारा खदान के संचालन में बाधा उत्पन्न की जा रही है । खदान संचालक ने आगे बताया था कि बीते दिनों मरौली खण्ड -3 की खदान में दीपक के द्धारा दबंगई के बल पर अपने कई साथियों के साथ मिलकर खनन कार्य को बंद करा दिया जाता है । कर्मचारियों के कार्य न बंद करने पर उक्त दबंग के द्धारा कर्मचारियों से मारपीट भी की जाती है । खदान संचालक ने प्रशासनिक अधिकारियों से खदान के सुचारू रूप से संचालन के लिए उक्त दबंग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की थी ।
इसी कड़ी में आज एडीएम, एसडीएम और राजस्व की टीम, नायब तहसीलदार, लेखपाल और कानूनगो की टीम खदान पहुँची और खदान के खण्ड की नाप करके भाजपा के ब्लैकमेलर तथाकथित नेता दीपक शुक्ला से खदान वालों से मुक्ति दिलाई है । अधिकारियो ने मौके पर नाप और जाँच करी जिसमे पता चला की उसमें किसी किसान की भूमि तो नहीं है और लेखपालों से भी नाप जोक करके सर्वेयर की जानकारी ली, जिसपर लेखपालों ने बताया कि दीपक शुक्ला की भूमि नदी के उस पार है, नदी के इस पार कोई भी नंबर नहीं आता है, फिर दीपक शुक्ला को अधिकारियों ने फटकार लगाते हुए भाजपा नेता से कहा की खदान चलाने वालों को बार-बार डिस्टर्ब मत करो आप की जमीन जब स्टेप नहीं है तो यह सब हरकत करना बंद कर दो, आपकी भूमि का खतौनी चटकन की है, प्राथना-पत्र दो, आपकी जमीन का सीमांकन कराकर आपकी जमीन बताई जाएगी, चटकन में आपकी जमीन कहां है, आज के बाद खदान वालों को डिस्टर्ब मत करना । वही दूसरी तरफ अगर हम भाजपा नेता की बात करें तो यह एक बहुत बड़ा बड़ा ब्लैकमेलर है ये सरकार को भी करोड़ों का चूना लगा चुका है, इसकी जमीन सीजिंग में जा रही थी तभी सरकार को दिखाने के लिए उसने अपने बचाव में अपनी बीवी को डाइवोर्स दे दिया था पर बीबी के साथ में ही रहता है, इसने लड़के के अनाम जमीन करके उसे भी अलग कर दिया था, इस तरीके से यह गवर्नमेंट को अरबों रुपए का चूना लगाकर बैठा है । अगर इस भूमाफिया की जमीन की जांच कराई जाए तो शायद बांदा में ये सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा ।