राजस्थान में एक दूल्हा ऊंट पर सवार होकर शादी करने पहुंचा। 21 ऊंटों पर सवार दूल्हा और बाराती सात किमी का सफर दो घंटे में तय कर दुल्हन के घर पहुंचे। बाड़मेर में यह नजारा देख हर कोई दंग रह गया।
राजस्थान के बाड़मेर जिले के दानजी की होदी में रहने वाले दलसिंह के बेटे मलेश राजपुरोहित की शादी महाबार निवासी नारायण सिंह की बेटी सीता कंवर से बीते शुक्रवार हुई। मलेश के दादा की बारात बरसों पहले ऊंटों पर ही निकाली गई थी। दादा का सपना था कि उनके पोते की बारात भी ऊंटों पर ही निकाली जाए। उनके इस सपने को पूरा करने के लिए दूल्हे के पिता ने ऊंटों से बारात निकालने का फैसला किया।
दूल्हे के पिता दलसिंह ने बताया कि बारात निकालने के लिए उन्होंने बाड़मेर से 180 किमी दूर जैसलमेर के सम से खास 21 ऊंट मंगवाए थे। इसके लिए उन्होंने पांच महीने पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। शुक्रवार को बारात दान जी की होदी से शुरू होकर महाबार गांव पहुंची। दोनों के बीच की करीब सात किमी की दूरी को ऊंटों से दो घंटे में तय किया गया।
दलसिंह ने पिता ने कहा कि बारात को देखकर लोग आश्चर्य में पड़ रहे थे। इस तरह ऊंटों पर जाती बारत को लोगों ने पहली बार देखा था। उन्होंने कहा कि बेटे के दादा का सपना पूरा करने के साथ-साथ बरसों पुरानी राजस्थान की परंपरा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस तरह बारात निकाली थी। शादी समारोह में कार और हेलीकॉप्टर पर लाखों रुपए खर्च करने से अच्छा है कि पुरानी परंपराओं को बचाने का प्रयास किया जाए।