फतेहपुर। शांति भंग की आशंका में पुलिस ने नगर पालिका परिषद के सिविल लाइन सभासद विनय तिवारी को हिरासत में लेते हुए कोतवाली में बिठा लिया। सभासद को हिरासत में लिए जाने पर पालिका कर्मियों के अलावा ब्राह्मण समाज के लोगों में जमकर आक्रोश देखने को मिला। गिरफ्तारी को अवैध व तानाशाही बताते हुए सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा सातंवे असमाना पर दिखाई दिया। वहीं ब्राह्मण समाज ने आक्रोश व्यक्त किया।
बुधवार को सिविल लाइन वार्ड सभासद विनय तिवारी वोट देने के लिए बूथ जा रहे थे। तभी कोतवाली पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया। विनय तिवारी नगर पालिका परिषद के तीन पंचवर्षीय से सभासद है एवं नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि हाजी रज़ा के करीबी बताए जाते हैं। पिछले दिनों नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि हाजी रज़ा भाजपा नेता फैजान रिज़वी के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद से जेल में हैं। हाजी रज़ा की गिरफ़्तारी में सदर विधयाक विक्रम सिंह ने विरोध प्रदर्शन किया था। हाजी रजा की गिरफ्तारी के लिए उनके घर में पड़े छापे के दौरान हुए बवाल में सभासद विनय तिवारी पर भी बलवा समेत अनेक आरोप लगाए गए थे। जिसमें वह फिलहाल ज़मानत पर है। जनपद में होने वाले मतदान की पूर्व रात्रि में सदर कोतवाली पुलिस ने उन्हें रेड कार्ड जारी करते हुए मतदान के बाद घर से बाहर न निकलने की चेतावनी दी थी। प्रातः सभासद विनय तिवारी अपना मतदान करने के लिए बूथ जा रहे थे। तभी पुलिस उन्हें हिरासत में लेते हुए कोतवाली ले आई। वहीं वरिष्ठ सभासद की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही वार्ड के लोग एवं नगर पालिका कर्मियों ने कोतवाली पहुंचकर विरोध जताते हुए गिरफ्तारी का कारण पूछा। पुलिस के किसी तरह की जानकारी न देने पर लोग हंगामा काटने लगे। लोगों की बढ़ती भीड़ को पुलिस ने किसी तरह समझा बुझाकर शांत किया। वहीं नगर पालिका परिषद के वरिष्ठ सभासद की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया में लोगों का ज़बरदस्त गुस्सा दिखाई दिया। वहीं ब्राह्मण समाज ने भी इस पर गहरी नाराजगी ज़ाहिर की है। समाजवादी पार्टी समेत अन्य राजनैतिक दलों ने भी विनय तिवारी की गिरफ्तारी पर आक्रोश ज़ाहिर करते हुए इसे तानाशाही बताया।