उत्तराखंड के दहरादून में पत्नी और सास का कत्ल कर खुद ट्रेन के आगे कूदकर जान देने वाले निखिल के दोनों बेटे अनाथ हो गए। पहली पत्नी की बेटी का भी अब कोई सुधलेवा नहीं है। फिलहाल बच्चे अपनी बुआ के पास हैं।
जसपुर के मोहल्ला नत्था सिंह निवासी निखिल उर्फ सोनू नाथ ने पाटल से हमला कर अपनी पत्नी नीशु और सास जयंती की नृशंस हत्या कर दी थी। वारदात के बाद वह अपने दोनों बेटों स्पर्श ओम के साथ ही पहली पत्नी की बेटी स्तुति को अमरोहा में अपनी बहन सोनिया के घर छोड़ गया था। बच्चों के फूफा अंकित ने बताया कि बच्चे घटना के बाद से गुमसुम हैं। उन्हें अभी पता नहीं है कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं।
नीशू की बहन पिंकी ने बताया कि उसके जीजा का चाल चलन ठीक नहीं था। इसी कारण उसकी पहली पत्नी उसे और बच्ची को छोड़कर झालू चली गई थी। पिंकी ने कहा कि आठ साल पहले निखिल ने उसकी बहन नीशू से प्रेम विवाह किया इसके बावजूद वह पत्नी और बच्चों को खुश नहीं रख पाया।
साली को ठहराया जिम्मेदार
दोहरे हत्याकांड के बाद सुसाइड करने वाले निखिल ने अपने परिवार की बर्बादी के लिए छोटी साली को जिम्मेदार ठहराया है। गाजियाबाद के कविनगर पहुंचे जसपुर के एसएसआई बचेंद्र सिंह ने निखिल की डायरी से सुसाइड नोट बरामद किया है। इसमें उसने आत्महत्या के कारणों को लिखा है।
सुसाइड नोट में लिखा है कि ’मेरी मौत के बाद जिसे भी यह डायरी मिले तो इसमें लिखे नंबरों पर कॉल कर मेरे रिश्तेदारों को सूचित जरूर कर देना। मैं माफी के काबिल नहीं हूं। नीशू मेरी पत्नी थी। मैं तुझसे बहुत प्यार करता था मगर तूने अपनी बहन पिंकी के बहकावे में आकर मुझे यह सब करने पर मजबूर कर दिया। मुझे पता है कि तुझे और तेरी मां को बार-बार पिंकी ही चिढ़ाती थी इसलिए माफी मांगने के बाद भी बार-बार तेरी मां और मुझमें बहस होती थी।
आगे सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं सोनू कुमार वैद्य जी की बेटी नीशू की मौत का जिम्मेदार हूं क्योंकि मैं मजबूर हो गया था। तू मेरी पत्नी थी और मैं तुझे जान से ज्यादा प्यार करता था और मैंने तुझे जान से मार दिया। मैं माफी के काबिल तो नहीं हूं मगर मैं तेरे पास आ रहा हूं। हो सके तो मुझे माफ कर देना। उसने पुलिस से आग्रह किया कि मेरी साली पिंकी देवी को जरूर सजा मिलनी चाहिए। क्योंकि इस सारे कांड की जिम्मेदार पिंकी ही है।