जब जन-जन जुड़ेगा तो जल बचेगा: ज्योति बाबा – आइए बारिश की हर बूंद को बचाएं – दस तालाबों के बराबर होता है एक पुत्र
फतेहपुर। जब तक जल का प्रबंधन समाज की सामूहिक भागीदारी और जन जन का कर्तव्य नहीं बनेगा तब तक जल संकट से मुक्ति संभव नहीं है। हमें भूलना नहीं चाहिए कि अकाल सूखा पानी की किल्लत यह सभी कभी अकेले नहीं आते बल्कि अच्छे विचारों और कर्मों का अभाव पहले आ जाता है।
उपरोक्त बात नेहरू युवा केंद्र के तत्वाधान में सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के सहयोग से देवमई ब्लॉक में जल प्रदूषण मुक्त में जन भागीदारी बढ़ाने हेतु आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही। ज्योति बाबा ने आगे कहा कि आसन्न जल संकट की भयावह अनदेखी न रोकी गई तो स्वच्छ जल के अभाव में कई लाख लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ जाएगा। ज्योति बाबा ने बताया कि पृथ्वी पर कुल जल का 2.5 प्रतिशत भाग ही पीने योग्य है। इसमें से 89 प्रतिशत पानी कृषि कार्यों एवं 6 प्रतिशत पानी उद्योगों में खर्च हो जाता है। शेष 5 प्रतिशत पानी ही पेयजल के लिए उपलब्ध है इसीलिए हम सभी स्वस्थ भावी पीढ़ी के लिए को मजबूती से सामूहिक प्रयास अभी से शुरू करना ही होगा। जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंगे ज्ञान प्रकाश तिवारी ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण करते हुए कहा कि जल संकट से मुक्ति हेतु ठोस जमीनी कार्य न किए गए तो लाखों लोगों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी। योग गुरु ज्योति बाबा को जल रक्षक सम्मान से सुशील बाजपेई कार्यक्रम सहायक नेहरू युवा केंद्र व उनकी टीम ने सम्मानित किया। अंत में सभी को जल प्रदूषण मुक्ति व संरक्षण हेतु कार्य करने की शपथ ज्योति बाबा ने दिलाई। जल संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान दिनेश कुमार व धन्यवाद आशीष कुमार यादव ने दिया। इस मौके पर विजय करण श्रीवास्तव, शारीरिक शिक्षक, डॉ मनोज विश्वकर्मा, श्वेता साहू, आकांक्षा अवस्थी शामिल रहे।