अछरौड खादर खंण्ड 1 मे माफियाओ की गरज रही पोकलैंण्ड मशीनें,प्रशासन बना मूकदर्शक- *न्यूज़ वाणी-ब्यूरो- मुन्ना बक्श*
अवैध खनन करतीं भारी भरकम पोकलैंण्ड मशीनें, नदियों का अस्तित्व खत्म करने पर आमादा है बालू माफिया
बाँदा।बुन्देलखंण्ड के बाँदा जिले मे दबंग खनन माफियाओं की जमात एक बार फिर सक्रिय होती नजर आ रही है और यहां की नदियों की छाती छलनी करने को उतर पड़ी है। जब मीडिया के पत्तलकारों का ‘सहारा’ मिल जाये तो खनन माफियाओं की रंगत की बदल जाती है। लगातार केन नदी का चीरहरण अछरौड़ खादर खण्ड संख्या 1 में जारी है। पिछले कई महीनो से केन के अछरौड़ मोरम खदान के घाटों में खनन माफियाओं की पोकलैंड और जेसीबी मशीनें गरज रही हैं। अछरौड़ खदान में ओवरलोडिंग का ये हाल यह हैं की मोरंग खदान मैं ट्रक लेने आए ट्रकों को इतना भर दिया जाता है की वे खदान से माल लेकर मुख्य मार्गाे तक नहीं पहुंच पाते। ऐसे में जबरदस्त तरीके से ओवर लोड भरे गए ट्रकों को जेसीबी मशीनों से ठेल कर मुख्य मार्गाे तक पहुंचाया जा रहा है। इस साल यहां की केन नदी खनन माफियाओं के मुख्य निशाने पर मानी जा रही है। अवैध खनन का सर्वाधिक गड़बड़ मामला यहां के केन नदी की अछरौंड खदान खंड संख्या एक में किया जा रहा है ।इस मौरंग खनन के मुख्य पट्टेदार पडोसी जिले के एक नेता बताए जा रहे हैं। पिछले सत्र में अछरौड खदान संचालक ने पूर्व खनिज ,राजस्व और क्षेत्रीय पुलिस के सहयोग से पट्टाक्षेत्र से लगभग 200 मीटर दूर दूसरे खनन पटटे में अवैध खनन किया जा रहा था। मीडिया ने प्रमुखता से खबर को प्रकाशित किया जिस पर संज्ञान लेते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्यवाही की गई जिसमें आधा सैकड़ा ओवरलोड ट्रक बिना रवन्ना के पकड़े गए इसके साथ ही खनन में जुटीं कई पोकलैण्ड मशीनों पर भी कार्यवाही हुई। उधर जिला खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता का कहना है ओवरलोडिंग के खिलाफ हम लगातार कार्यवाही कर रहे हैं, साथ ही राजस्व की पूर्ति भी हो रही है। ओवर लोडिंग रोकने के लिये एक टीम भी बनाई गयी है। पिछले दिनों छापा मारकर कई ओवरलोड ट्रक पकड़े थे और लाखों का राजस्व वसूला था। आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।