जब शिकायत लेकर अस्पताल पहुंची महिला तो डॉक्टर भी जानकर हैरान,स्कैन में आया सामने

ट्यूनीशिया की एक महिला यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) की शिकायत लेकर डॉक्टरों के पास गई यह जानकर हैरान रह गई कि चार साल से उसके ब्लैडर ( मूत्राशय) में कांच का गिलास फंसा हुआ है. 45 वर्षीय महिला यूटीआई के लक्षणों की शिकायत करने के लिए अस्पताल गई. लेकिन महिला के ब्लैडर के स्कैन से पता चला कि ब्लैडर में एक बड़ा स्टोन है, जिस पर शीशा लगा हुआ है. डॉक्टरों ने कहा कि पत्थर 8 सेमी चौड़ा था जो पूरी तरह से एक पीने के गिलास के रूप में दिखाई देता था. महिला की पहचान उजागर नहीं की गई है.

महिला का मामला मेडिकल जर्नल में प्रकाशित
न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, महिला ने डॉक्टरों को बताया कि उसने चार साल पहले पीने के गिलास को सेक्स टॉय की तरह इस्तेमाल किया था. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उसने कांच का गिलास योनि के बजाय मूत्रमार्ग में डाला था. महिला के मामले को एक मेडिकल जर्नल साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित किया गया है, जिसमें स्कैन, कांच और पत्थर के आवरण की छवियां भी थीं.

मेडिकल जर्नल ऐसी वस्तुओं को “इंट्रा-वेसिकल फॉरेन बॉडीज़ intra-vesical foreign bodies ” के रूप में वर्णित करता है. इसने कहा कि इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं और कई मरीज खुद उन्हें दूर करने में विफल रहते हैं और मेडिकल सलाह लेने में बहुत शर्मिंदगी महसूस करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऐसे परिदृश्य होते हैं.

डॉक्टरों को सिस्टोलिथोटॉमी करना पड़ा
ट्यूनीशियाई शहर स्फ़ैक्स के हबीब बौर्गुइबा यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों को सिस्टोलिथोटॉमी करना पड़ा – मूत्राशय की पथरी को हटाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक प्रकार की खुली सर्जरी. उन्होंने आगे कहा कि मूड डिसऑर्डर के अलावा कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं मिली. डॉक्टरों ने यह भी कहा कि उसके पेशाब में खून नहीं था.

मेडियल जर्नल में प्रकाशित मामले के चर्चा वाले भाग में, एक टिप्पणी में कहा गया है कि मूत्रमार्ग के माध्यम से इस तरह का स्वैच्छिक परिचय अक्सर एक विशेष मनोरोगी स्थिति को दर्शाता है.

ब्लैडर स्टोन खनिजों का कठोर द्रव्यमान होता है, जो शरीर के अंदर तब विकसित होता है जब मूत्राशय से मूत्र पूरी तरह से खाली नहीं होता है. डॉक्टरों ने उन्हें शरीर के अंदर पाई जाने वाली फॉरेन ऑब्जेक्ट के आसपास उगते देखा है.

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