न्यूज वाणी झटावा होली में दादड़े(फाग) कूर्मि समाज,इटावा धरोहर के रूप मे सजोयें व सम्हारने में कोई कोर कसर नही छोडी, उसी का जीता जागता दृश्य ,पुरविया टोला,इटावा में तलैय्या मे कपिल वर्मा जी के आवास पर तथा आपकी देख-रेख मे संचालित दादड़े(फाग) मे देखने को मिला कि बच्चो से लेकर बुजुर्ग तक के लोग बडे हर्षोंउल्हास के साथ होली के त्योहार का आनन्द लेते हुए दादड़े गाते नजर आ रहे है अनेको दादड़े गाये जिसमे मुख्य वृदावन के बॉके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना बिहारी।
हम तुम्हारे बनाये हुए है,
तेरी चौखट पर आये हुए है। जीवन बीता जाये रे, नही आये कन्हैयाँ।बड़ी आशा लगाये,नही आये कन्हैयाँ।कन्हैया तुम्हें एक नजर देखना है, कहाँ जा छुपे हो प्यारे तुम्हे देखना है। होली खेल रहे नन्दलाल, वृदावन की कुजं गली में।
ने दादड़े गाने वाले सभी सम्मानित महानुभावो का अमीर गुलाल लगाकर तथा गुझिया आदि खिलाकर स्वागत-सम्मान तथा सत्कार कपिल वर्मा ( सर्राफ) ने स्व्यं किया ।
समाज सेवी “हरीशंकर पटेल” अध्यक्ष-समाज उत्थान समिति,इटावा ने बताया कि कूर्मि समाज ,पुरबिया टोला ,इटावा का अपना इतिहास है आज भी जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी संस्कार मनाये जाते है ,इतना ही नहीं वल्कि त्यौहारो को मनाने का अलग तरीका है प्रत्येक त्योहरो मे मेलो का आयोजन आपसी कटूता को दूर करने के लिए लगाये जाते है , आज भी (पूर्वजो की धरोहर) जनहित कारी- सामाजिक परम्पराये सैकड़ो बर्षो से लगातार अभी तक अपना रहा है, आर्थिक युग के कारण कुछ गिरावट जरूर देखने को मिल रही है।
दादड़े गाने वालो में मुख्य रूप से श्याम किशोर वर्मा,श्याम सुन्दर ,कौशलेन्द्र(लाला), ,श्रीकृष्ण वर्मा (बॉबी), बब्लू(ब्रेड वाले),अजय वर्मा ऊर्फ पप्पू ‘राजनीश,अनिल कुमार वर्मा, संजीव,राजन,
,शिवम् आदि का सराहनीय सहयोग रहा