बहराइच रुपईडीहा नेपालगंजरोड रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित उप डाकघर रुपईडीहा में कार्यवाहक पोस्ट मास्टर की आईडी तथा सिस्टम मैनेजर द्वारा एजेंट पासवर्ड रिसेट न होने के कारण उपभोक्ताओं का आवर्ती खातों का पैसा समय से न जमा होने के कारण ग्राहकों को विलंब शुल्क देना पड़ रहा है। जिससे खाता धारक में आक्रोश व्याप्त है। बताया जाता है कि रुपईडीहा के उप डाकघर में तैनात कर्मचारी आवर्ती जमा खातों के समय से पूर्व ले लेते हैं। परन्तु इस समय चार्ज पर कार्यरत पोस्ट मास्टर खाते में पैसा जमा नहीं कर पा रहे हैं। जिसके कारण ग्राहक से विलंब शुल्क जमा करने के लिए एजेंट द्वारा कहा जाता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि मैं तो समय से पैसा देता हूं। इसकी जिम्मेदारी डाक विभाग की है। बताया जाता है कि आवर्ती खाते का पैसा माह में दो बार जमा होता है। प्रत्येक माह के 15 तारीख से पूर्व व 30 तारीख के अंदर जमा होता है। लेकिन समय से नेटवर्क तथा कर्मचारियों के उप डाकघर में तैनात कर्मचारी के अवकाश पर जाने के बाद आवर्ती खातों का पैसा नहीं जमा हो पाता है। चार्ज पर कार्यरत पोस्ट मास्टर बताते हैं कि हमारा पासपोर्ट ट्रांसफर नहीं हुआ है। जबकि विभाग को सूचना देने के बाद दूसरे तीसरे दिन पासवर्ड रिसेट होकर आ जाता है। ताकि ग्राहक को परेशानी का सामना न करना पड़े। इस संबंध में जब जिला बचत अधिकारी शैलेश कुमार मिश्रा से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मैं डाक अधीक्षक बहराइच पीके शुक्ला से बात कर रहा हूं। लेकिन शिकायत पत्र जिला बचत अधिकारी डाक अधीक्षक को जरूर भेजें। रुपईडीहा उप डाकघर मैं कार्यवाहक पोस्ट मास्टर इंद्रजीत प्रसाद का कहना हैं कि एजेंट पासवर्ड रिसेट के लिए कई बार सिस्टम मैनेजर अंशुमान से रिक्वेस्ट किया गया कि जल्द से जल्द एजेंट पासवर्ड भेजें जिससे एजेंट अपना पैसा जमा कर सके। लेकिन लगभग 15 दिन बीत जाने के बाद भी एजेंट पासवर्ड नहीं आया है। जिसके कारण पैसा नहीं जमा हो पा रहा है। एजेंट माधुरी गुप्ता का का कहना है कि मैं लगभग 20 वर्ष से आवर्ती जमा खातों का एजेंट हूं अभी तक ऐसा नहीं हुआ था कि 15 दिन के बाद भी पासवर्ड नहीं आया। जिससे ग्राहकों का पैसा जमा नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में जिला बचत अधिकारी के मोबाइल नंबर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि आप प्रार्थना पत्र तुरंत भेजें जिस पर कार्रवाई की जा सके। इस शिकायत के संबंध में जब डाक अधीक्षक बहराइच पीके शुक्ला के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो उनका फोन नहीं उठा जिससे उनका वर्जन नहीं लिया जा सका।