हापुड़।जनपद हापुड़ में राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के पदाधिकारी चंद्र किरण कश्यप एवं सदस्यों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण नौछावर करने वाले महान क्रांतिकारियों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। चंद्र किरण कश्यप ने बताया कि आज शहीद दिवस है। दरअसल, 91 साल पहले यानी 23 मार्च 1931 को आज ही के दिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी। उनकी शहादत को देश हमेशा नमन करता है।आजादी की लड़ाई में शहीद होने वाले क्रांतिकारियों में सबसे आगे भगतसिंह, सुखदेव ,राजगुरु, चन्द्र शेखर आजाद आदि हैं. आज 23 मार्च है यानि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक अहम दिन. शहीद दिवस के रुप में जाना जाने वाला यह दिन यूं तो भारतीय इतिहास के लिए काला दिन माना जाता है पर स्वतंत्रता की लड़ाई में खुद को देश की वेदी पर चढ़ाने वाले यह नायक हमारे आदर्श हैं।भारतवर्ष को आजाद कराने के लिए इन वीर सपूतों ने हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम लिया था, इसलिए इस दिन को शहीद दिवस कहा जाता है। भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना हमारे देश इतिहास की बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है।
आज भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव तो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी आवाज और सोच आज भी हमारे अंदर है. उनका मानना था कि सत्ता की नींद में सोई सरकार को जगाने के लिए एक धमाके की जरुरत होती है. ऐसे ही आज भी लगता है कि भ्रष्टाचार से लिप्त इस सरकार के भ्रष्ट नेताओं सांसद-विधायकों,अधिकारियों और कर्मचारियों को जगाने के लिए एक धमाके की जरुरत है ताकि सत्ता का मजाक बनाने वाली यह भ्रष्ट नेताओं के साथ-साथ अधिकारी/कर्मचारी अपनी नींद से जाग सके। श्रद्धांजलि अर्पित करते समय संस्था के कार्यकर्ता संजू मासी सोनू आशीष कुमार अनुज संजय कुमार आदि लोगों ने कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी।