फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम,तेल कंपनियों ने कीमतों में 80 पैसे की बढ़ोतरी की,चार दिन में 2 रुपए 40 पैसे बढ़े दाम
पेट्रोल-डीजल के दाम हफ्ते में तीसरी बार बढ़ाए गए हैं। शुक्रवार को तेल कंपनियों ने एक दिन की राहत के बाद पेट्रोल की कीमत 80 पैसे और डीजल की 75 पैसे बढ़ा दी है। नई दरें आज से ही लागू हो गई है। अब दिल्ली में पेट्रोल 97.81 रुपए/लीटर और डीजल 89.07 रुपए/लीटर मिल रहा है।
वहीं, अहमदाबाद में पेट्रोल 97.52 रुपए/लीटर और डीजल 91.61 रुपए/लीटर हो गया है। ताजा बढ़ोतरी के बाद डीजल-पेट्रोल चार दिन में 2 रुपए 40 पैसे महंगे हो चुके हैं। अपने शहर में पेट्रोल-डीजल के दाम जानने से पहले आप अपनी राय यहां दे सकते हैं।
जानिए आपके शहर में क्या हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
पूरे देश में मंगलवार और बुधवार को लगातार दो दिन पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ाए गए थे। मंगलवार को डीजल-पेट्रोल के दामों में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। वहीं, बुधवार को दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम 80 पैसे और मुंबई में 85 पैसे बढ़े थे।
गुरुवार को CNG-PNG के दाम बढ़े
गुरुवार को पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े थे, लेकिन CNG और PNG की कीमतों में इजाफा किया गया था। दिल्ली में CNG के दाम 50 पैसे प्रति किलो और PNG के दाम 1 रुपए प्रति किलो बढ़ाए गए थे।
घरेलू गैस सिलेंडर भी महंगी हो चुकी है
तेल कंपनियों ने मंगलवार को घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में भी 50 रुपए का इजाफा किया था। दामों में बढ़ोतरी के बाद बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 14.2 किलो का बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 1 हजार रुपए के ऊपर पहुंच गया था।
तेल की कीमत में बड़ा हिस्सा टैक्स का
आज जब आप 100 रुपए का पेट्रोल डलवाते हैं तो इसमें से 52 रुपए टैक्स के रूप में सरकार की जेब में जाता है। इससे आम लोगों की जेब खाली हुई, वहीं, सरकार का खजाना तेजी से भरता गया। ऐसे में अगर सरकार चाहे तो टैक्स में कटौती करके आम आदमी को राहत दे सकती है। टैक्स वसूलने में महाराष्ट्र सबसे आगे है।
9 महीने में टैक्स से वसूले 3.31 लाख करोड़
अप्रैल से दिसंबर (2021) तक केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल समेत पेट्रोलियम उत्पादों पर 3.31 लाख करोड़ रुपए टैक्स से वसूले हैं। यह खुलासा एक RTI से हुआ है। सरकार ने बताया कि पेट्रोलियम पदार्थों के आयात पर 37,653.14 करोड़ रुपये का सीमा शुल्क वसूला गया, जबकि केंद्रीय उत्पाद शुल्क के रूप में 2,93,967.93 करोड़ रुपये सरकारी खजाने में जमा हुए हैं। इधर, एक्साइज ड्यूटी की बात करें, तो केंद्र सरकार अब तक 13 बार ड्यूटी में इजाफा कर चुकी है, जबकि महज 4 बार इसे घटाया गया है।