चार बार की विधायक ताकती रही राह, दल बदल कर पहुंचे पूर्व सांसद बने कैबिनेट मंत्री – 2009 में सपा सांसद रहे राकेश सचान टिकट कटने से नाराज़ होकर कांग्रेस में हुए थे शामिल – प्रियंका गांधी के बने सलाहकार, इस्तीफ़ा देकर थामा भगवा – बसपा से सुरक्षित सीट हथियाकर भाजपा की कृष्णा ने चार बार जीत की लिखी इबारत

फतेहपुर। खागा सुरक्षित सीट से चौथी बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचने वाली विधायक कृष्णा पासवान को इस बार भी योगी कैबिनेट में शामिल न होने पर समर्थकों को मायूसी हाथ लगी जबकि जनपद में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रहे राकेश सचान को भाजपा शामिल होने के बाद योगी 2.0 मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल हुआ है। पूर्व सपा व पूर्व कांग्रेस नेता राकेश सचान को योगी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने पर जनपद में उनके समर्थकों में बेहद उत्साहित नज़र आ रहे है जबकि खागा विधानसभा से जीत हासिल करने वाली कृष्णा पासवान समर्थक विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद मंत्रिमंडल में कृष्णा को शामिल किए जाने को लेकर उम्मीद लगाए हुए थे। शुक्रवार को हुए योगी मंत्रिमंडल में शपथ ग्रहण वाले दिन पार्टी आलाकमान की तरफ से कोई निर्देश नही आने पर समर्थको को मॉयूसी हाथ लगी। योगी मंत्रिमंडल 2.0 में कैबिनेट मंत्री बनाए गए राकेश सचान का जनपद से गहरा नाता रहा है। मूल रूप से कानपुर किदवई नगर निवासी राकेश सचान ने सपा से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। 1993 व 2002 में घाटमपुर विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जनपद की लोकसभा सीट से संसद पहुँचे। 2014 में सपा ने उन्हें एक बार फिर से लोकसभा का टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा लेकिन वह भाजपा प्रत्याशी एवं वर्तमान में केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से हार गए। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी राकेश सचान जनपद की जनता के बीच रहे और महेनत करते रहे। इस दौरान सपा के विभिन्न आंदोलनों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। ज़मीनी स्तर से जुड़े होने एवं कुर्मी समाज में पकड़ रखने वाले राकेश सचान को समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओ में गिना जाता था। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा व बसपा का गठबंधन होने के कारण जनपद की लोकसभा सीट बसपा के खाते में चली गई। बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से पार्टी के पूर्व विधायक सुखदेव प्रसाद वर्मा को लोकसभा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा लेकिन एक बार फिर से भाजपा प्रत्याशी एवं राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से हार का मुँह देखना पड़ा। समाजवादी पार्टी से टिकट काटे जाने के बाद पार्टी से कोई आश्वासन न मिलने पर राकेश सचान कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। पिछड़े समाज का बड़ा चेहरा होने एवं ज़मीनी पकड़ को देखते हुए कांग्रेस पार्टी में प्रदेश महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी का सलाहकार बनाया गया। विधानसभा चुनाव 2022 के ऐन मौके पर राकेश सचान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एवं प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें कानपुर देहात की भोगनीपुर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा। जहां से उन्होने सपा उम्मीदवार नरेंद्र पाल सिंह को 12080 मतों के भारी अंतरों से जीत हासिल करते हुए योगी मंत्रिमंडल में जगह बना ली। वहीं खागा विधायक कृष्णा पासवान जीत की हैट्रिक लगाने एवं वर्तमान में खागा विधानसभा से 83735 मत हासिल करते हुए सपा प्रत्याशी पूर्व आईपीएस रामतीर्थ को 5509 मतों से मात दी। कृष्णा पासवान पहली बार 2002 में किशनपुर सुरक्षित सीट से विधायक बनी। उसके बाद 2012, 2017 व 2022 में लगातार जीत हासिल कर विधानसभा पहंुचने में कामयाब रही। विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम आने के बाद योगी मंत्रिमंडल में जनपद से राज्यमंत्री रहे हुसैनगंज विधायक रणवेंद्र प्रताप धुन्नी सिंह एवं सदर सीट से कद्दावर नेता विक्रम सिंह के चुनाव हारने के बाद से ही कृष्णा पासवान के योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में जनपद कोटे से दो राज्यमंत्री थे जिसमें हुसैनगज विधानसभा से रणवेंद्र प्रताप धुन्नी सिंह व जहानाबाद विधायक जय कुमार सिंह जैकी राज्यमंत्री थे। धुन्नी सिंह के चुनाव हारने से कृष्णा पासवान का दावा काफी मंज़बूत माना जा रहा था लेकिन मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण के दिन तक आलाकमान की तरफ से कोई निर्देश न आने से कृष्णा पासवान समर्थकों को एक बार फिर से मॉयूसी हाथ लगी।

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