जिलाधिकारी ने15 अफसरों को नोडल अधिकारी बनाते हुए गेहूं खरीद की सुविधा और असुविधा जांचने की जिम्मेदारी दी
फतेहपुर : धान खरीद में करीब 34 बिचौलियों को पकड़ने के बाद अब डीएम अपूर्वा दुबे गेहूं खरीद में सक्रिय होने वाले बिचौलियों को पकड़ने के लिए चक्रव्यूह बना दिया है। 15 अफसरों को नोडल अधिकारी बनाते हुए गेहूं खरीद की सुविधा और असुविधा जांचने की जिम्मेदारी दी
है। वास्तविक किसान का कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन जो किसानों की नाम पर बिचौलिया बनकर लाखों के वारे-न्यारे करते हैं वह पकड़े जाएंगे और उन्हें जेल भेजा जाएगा।
डीएम ने 15 अफसरों को हर दिन केंद्र की सतत निगरानी के लिए लगाया है। नोडल अधिकारियों में तहसील स्तरीय प्रशासनिक और जिला स्तरीय प्रशासनिक अफसरों को लगाया गया है। यह अफसर अपने-अपने नामित केंद्र का पर्यवेक्षण करेंगे और गड़बड़ी को पकड़कर कार्रवाई तय कराएंगे। खास बात यह है कि किसी भी केंद्र में गड़बड़ी पाई जाती है तो क्रय एजेंसी का कांटा बंद किया जाएगा और क्रय केंद्र के प्रभारी समेत बिचौलिए पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि जिले में शुक्रवार से गेहूं खरीद की तैयारी है, जिसके लिए 45 क्रय केंद्र खोले जा चुके हैं। हालांकि, अभी गेहूं की कटाई न होने से खरीद शुरू होने के आसार नहीं हैं।
ये बनाए गए हैं नोडल अफसर
एडीएम राजस्व एवं वित्त विनय पाठक, एडीएम न्यायिक धीरेंद्र सिंह, एसडीएम सदर नवनीत सेहरा, बिदकी अवधेश निगम, खागा प्रभाकर त्रिपाठी, एएसडीएम अंजू वर्मा, एएसडीएम अजय नरायण सिंह, एसडीएम न्यायिक सदर एनपी मौर्य, तहसीलदार रविशंकर, तहसीलदार शशिभूषण मिश्र, सर्वेश सिंह गौर, नायब तहसीलदार घनेंद्र पाल, विजय प्रकाश तिवारी, सिद्धांत कुमार, विकास पांडेय को खरीद केंद्रों का नोडल अधिकारी बनाया गया है।