मुर्तजा को लगता था कि मुस्लिमों को परेशान किया जा रहा
मुर्तजा को लगने लगा था कि मुस्लिम समुदाय को पूरी दुनिया परेशान कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में मुर्तजा ने बताया कि 2017 में इंटरनेट पर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखने लगा। यहीं उसको ऐसे विचार आने लगे कि वो जन्नत में है, अल्लाह उससे खफा है।
मुर्तजा को लगा कि वो होमो सेक्सुअल है। जब ये बातें घरवालों को पता चलीं, तो उन्होंने इलाज कराना शुरू कराया। डॉक्टरों ने इसे हाइपोमेनिया बीमारी करार दी। जून 2019 में मुर्तजा की शादी जौनपुर के मुल्ला टोला निवासी लड़की से हुई। एक महीने बाद ही उसका तलाक हो गया।
तलाक भी मोबाइल फोन से दिया था। जनवरी 2020 से वह हाईटेक कंप्यूटर कोडिंग सीखने लगा। इसी दौरान एक बार फिर सीरिया के लोगों के संपर्क में आया। उनसे प्रभावित होकर आठ लाख रुपये नेपाली खातों से उन्हें दे दिए। मुर्तजा को लगने लगा था कि मुस्लिमों को पूरी दुनिया परेशान कर रही है।
नेपाल सीमा के मदरसों में भी रहा मुर्तजा
अपनी कट्टरपंथी विचारधारा के चलते वह जिहादी मानसिकता का हो गया। इस बीच नेपाल सीमा पर स्थित संदिग्ध मदरसों में जाकर तकरीरें सुनने लगा। उसने मुजाहिद बनने की ठान ली। उसे लगता है कि अल्लाह की राह पर चलने का एक मात्र यही रास्ता है, काफिरों का सफाया।
नेपाल सीमा के मदरसों में भी रहा मुर्तजा
अपनी कट्टरपंथी विचारधारा के चलते वह जिहादी मानसिकता का हो गया। इस बीच नेपाल सीमा पर स्थित संदिग्ध मदरसों में जाकर तकरीरें सुनने लगा। उसने मुजाहिद बनने की ठान ली। उसे लगता है कि अल्लाह की राह पर चलने का एक मात्र यही रास्ता है, काफिरों का सफाया।
पेपल से पैसे भेजता था मुर्तजा
अहमद मुर्तजा अब्बासी लोगों को पैसे भेजने के लिए पेपल एप का इस्तेमाल करता था। कई अंतरराष्ट्रीय बैंक इस एप के माध्यम से विश्व में कहीं भी रुपये भेजने की सुविधा देते हैं।
यह हुआ था
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर तीन अप्रैल की शाम सवा सात बजे के करीब एक युवक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था। आरोपित को मौजूद लोगों की मदद से पुलिस ने पकड़ लिया था। उसकी पहचान पार्क रोड, सिविल लाइंस स्थित निवासी मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई थी
पुलिस ने गोरखनाथ थाने में आरोपित के खिलाफ दो अलग-अलग केस दर्ज किए हैं। मामले की जांच पुलिस के अलावा एटीएस, एसटीएफ भी कर रही है। एनआईए की टीम भी अपने स्तर से जांच में जुटी है।