गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद मर्डर करके फरार था, सरेंडर के लिए जुटा रहा था पैसा

 

गाजियाबाद के सवा लाख रुपए के इनामी बदमाश पवन कल्लू को दिल्ली पुलिस ने बड़े नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के चितरंजन थाने की पुलिस ने उसको तमंचा सहित पकड़ा है। वह गाजियाबाद से दो भाइयों की हत्या, नोएडा और फरीदाबाद से भी हत्या जैसे मामलों में वांटेड था।

उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्य की पुलिस व एसटीएफ उसको खोज रही थी। हालांकि चर्चाएं हैं कि उसने दिल्ली पुलिस के समक्ष ‘सेटिंग’ वाला ‘सरेंडर’ किया है, जिसे गिरफ्तारी का रूप दिया गया है। पवन सिरौली पर गाजियाबाद पुलिस से एक लाख रुपए और नोएडा पुलिस से 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।

सिरौली गांव में किए थे दो मर्डर
पवन कल्लू गाजियाबाद में लोनी थाना क्षेत्र के सिरौली गांव का रहने वाला है। पवन ने 22 दिसंबर 2020 को गांव के ही जैनेंद्र और 21 मई 2021 को सुरेंद्र नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। दोनों ही पवन के चाचा थे और उनके बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चला आ रहा था। मेरठ जोन के एडीजी राजीव सबरवाल ने उस पर अगस्त-2021 में एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

पैसे जुटाने के लिए होटल संचालक से मांगी थी रंगदारी
पवन को फरारी के बाद से एनकाउंटर का डर था। इसलिए वह सेटिंग से सरेंडर करना चाहता था। इसके लिए उसे एक मोटी रकम चाहिए थी। रुपयों का इंतजाम करने के लिए उसने 28 अक्तूबर 2021 को गाजियाबाद में लोनी क्षेत्र के होटल संचालक अब्दुल सलाम से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी और पैसा न देने पर अपने गुर्गों से 31 अक्टूबर को फायरिंग करा दी। पुलिस रंगदारी-फायरिंग में कई लोगों को अरेस्ट कर चुकी है, लेकिन मुख्य अभियुक्त पवन फरार था।

सवा लाख का इनामी सिर्फ एक तमंचा सहित पकड़ा

पवन कल्लू पर नोएडा और फरीदाबाद में भी मर्डर के दो मुकदमे हैं। STF भी उसकी तलाश में जुटी हुई थी। अब दिल्ली पुलिस ने सवा लाख रुपए के इनामी को महज एक तमंचा सहित गिरफ्तार किया है। सूत्रों की मानें तो पवन को अपने एनकाउंटर का डर था। जिस तरह शासन ने गाजियाबाद की कानून व्यवस्था बिगड़ने के बाद पुलिस अफसरों का धड़ाधड़ फेरबदल किया है, उससे इनामी पवन के लिए मुश्किलें और खड़ी होती जा रही थीं। माना जा रहा है कि इसी के चलते वह गाजियाबाद पुलिस से बचकर दिल्ली पहुंच गया और वहां गिरफ्तारी हो गई।

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