गला दबाने से हुई 5 साल के बच्चे की मौत, 5 अप्रैल को लापता हुआ 6 को मिला शव

 

हरियाणा के करनाल जिले के गांव कलामपुरा में 5 वर्षीय जश की अपहरण के बाद हत्या की गई थी। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जश की मौत गला दबाने से हुई है। इसकी जानकारी खुद एसपी गंगाराम पुनिया ने दी।

एसपी पुनिया ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को निरीक्षण के लिए एसएफएल लैब भेजा गया है। कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ चल रही है। सबूतों के आधार पर जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। पुलिस हर एंगल पर काम कर रही है। जल्दी ही हत्यारोपियों का खुलासा किया जाएगा, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिले।

5 अप्रैल को लापता हुआ था जश

मां से पैसे लेकर खाने की चीज खरीदने निकला जश 5 अप्रैल की दोपहर को अचानक लापता हो गया था। उसके उठाने का शक एक बाबा पर जताया गया। बाबा का थैला काफी बड़ा था। सीसीटीवी की वीडियो से थैले के फुलाव, बाबा की रफ्तार को देखकर शक यकीन में बदल रहा था। शाम तक पुलिस ने बाबा को हिरासत में ले लिया। इंद्री पुलिस थाना में ले जाकर उससे पूछताछ की गई, लेकिन बाबा से जश का सुराग नहीं लगने ने परिजनों ने करनाल में नैशनल हाईवे पर जाम लगा दिया था।

5 अप्रैल को लापता हुआ था जश

मां से पैसे लेकर खाने की चीज खरीदने निकला जश 5 अप्रैल की दोपहर को अचानक लापता हो गया था। उसके उठाने का शक एक बाबा पर जताया गया। बाबा का थैला काफी बड़ा था। सीसीटीवी की वीडियो से थैले के फुलाव, बाबा की रफ्तार को देखकर शक यकीन में बदल रहा था। शाम तक पुलिस ने बाबा को हिरासत में ले लिया। इंद्री पुलिस थाना में ले जाकर उससे पूछताछ की गई, लेकिन बाबा से जश का सुराग नहीं लगने ने परिजनों ने करनाल में नैशनल हाईवे पर जाम लगा दिया था।

कौशल्या के घर के साथ जश के ताऊ राजेश का मकान लगता है। वहीं इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। एएसपी हिमांद्री कौशिक, फॉरेंसिंक टीम व अन्य पुलिस टीमें मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनेां को सौंप दिया। उधर जश के चाचा ने अपने ताऊ के बेटे राजेश के परिवार के साथ खेत की जमीन को लेकर 3 महीने पहले के तकरार को बताया। वहीं शक के आधार पर परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया, जिनसे पुलिस की पूछताछ जारी है।

गांव ने किया राजेश का बहिष्कार

गांव में हुई खौफनाक वारदात से ग्रामीण इतने स्तब्ध हैं कि पंचायत बिठाकर राजेश और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि राजेश के घर न कोई आएगा और न कोई जाएगा। उसके रिश्तेदारों के भी गांव में आने पर पाबंदी लगा दी गई है। चेतावनी दी गई है कि अगर किसी ने राजेश के परिवार को सहयोग करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ पंचायत कार्रवाई करेगी। करनाल के वकीलों ने भी पीड़ित परिवार का समर्थन किया है।

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