न्यूज़ वाणी
मेडिकल स्टूडेन्ट्स ने स्वैच्छिक रक्दान किया
स्वैछिक रक्तदान एक सामाजिक दायित्व–प्रभात कुमार सिंह*
ब्यूरो संजीव शर्मा
इटावा / सैफई उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के पैथोलाजी एवं ब्लड बैंक विभाग तथा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको)े के सहयोग से विश्वविद्यायल के मेडिकल स्टूडेन्ट्स के लिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो0 रमाकान्त यादव, चिकित्सा अधीक्षक डा0 एसपी सिंह, विभागाध्यक्षा पैथोलॉजी एण्ड ब्लड बैंक डा0 पिंकी पाण्डेय, ब्लड बैंक प्रभारी डा0 रूपक अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ब्लड बैंक डा0 श्वेता चौधरी, डा0 आदित्य शिवहरे आदि उपस्थित रहे। स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले मेडिकल स्टूडेन्ट्स डा0 गौरव कुमार, डा0 कपिल सिंह, डा0 शकील अहमद, डा0 जितेन्द्र सिंह, डा0 सान्या तनवीर, डा0 सन्त बहादुर, डा0 उज्जवल मिश्रा, डा0 विष्णु गुप्ता आदि को कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान लगभग 40 मेडिकल स्टूडेन्ट्स ने स्वैच्छिक रक्तदान किया तथा 70 मेडिकल स्टूडेन्ट्स ने स्वैच्छिक रक्तदान हेतु रजिस्ट्रेशन कराया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि आज रक्तदान की भ्रान्तियों से जनसामान्य को जागरूक करने की आवश्यकता है। प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति का यह सामाजिक दायित्व है कि खुद रक्तदान करने के साथ अपने परिवार के सदस्यो, मित्रों एवं अन्य लोगों को भी स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में तकनीकी विकास के कारण एक व्यक्ति के दिये गये रक्त से दो-तीन मरीजों का जीवन बचाया जा सकता है।
ब्लड बैंक प्रभारी डा0 रूपक अग्रवाल ने बताया कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति विश्वविद्यालय के ब्लड बैंक में कभी भी सम्पर्क कर स्वैच्छिक रक्तदान कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आज सभी स्वस्थ व्यक्ति को आगे आने की जरूरत है।
चिकित्सा अधीक्षक डा0 एसपी सिंह ने कहा कि आज रक्तदान की बड़ी आवश्यकता है क्योंकि रक्तदान के माध्यम से आप किसी की जिन्दगी बचाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।