पति ने नशे में पत्नी को पीटा, रातभर भूसे के ढेर में छिपी रही, सुबह बचकर जाने लगी तो गला दबाकर जान लेने की कोशिश किया
एक पति ने अपनी पत्नी के साथ क्रूरता की सीमाएं पार कर दी। यह भी नहीं सोचा कि 20 दिन पहले ही पत्नी ने ऑपरेशन से बच्चेदानी निकलवाई थी, खाट से उठने की हालत में भी नहीं है। पति ने पहले उसे मारा-पीटा और उससे भी दिल नहीं भरा तो गला दबाकर जान लेने की कोशिश करने लगा।
रविवार रात मारपीट के बाद डरी-सहमी पत्नी उठने की हालत में नहीं होने के बावजूद जैसे-तैसे खुद को पति से छुड़ाकर रातभर गेहूं के भूसे में दुबकी रही। सुबह नजर बचाकर पीहर जाने लगी, लेकिन पति को पता चल गया और पकड़ लिया। फिर गालियां देते हुए खाट पर पटक कर गला घोंटने लगा। गनीमत रही कि 12 साल की बेटी घर में ही थी, जिसने देखा और जैसे-तैसे छुड़वाया। महिला ने भाई जगदीश को बुलवाया।
भाई के साथ महिला थाने में रिपोर्ट देने गई तो वहां से सदर थाने भेज दिया, वहा से अस्पताल में इलाज के लिए बोला
बाइक से दोनों महिला थाने में रिपोर्ट देने गए, पर सदर थाने जाने को कह दिया गया। सदर थाने पहुंचे तो पहले अस्पताल जाकर इलाज कराने को कहा गया। बाद में सदर पुलिस महिला के बयान लेने अस्पताल पहुंची। अब जांच कर रही है। यह कहानी है जिला अस्पताल में भर्ती आंतरी-सिलोर की 35 साल की द्वारिकाबाई की।
सवाल…12 साल की बेटी के साथ कहां जाए? कोई ठिकाना नहीं
द्वारिकाबाई के अनुसार पति किशनगोपाल शराब पीता है। कमाता है नहीं। शादी के 18 साल बाद भी मारपीट, गालियां आम बात है। जान बचाने के लिए पति का घर तो छोड़ आई, पर आगे कोई ठिकाना नहीं। उसके सामने अब एक ही सवाल है 12 साल की बेटी को लेकर कहां जाए? साथ रहने से डरने लगी है, नशे में पति कुछ भी कर सकता है। वह अपने 9 साल के बेटे को पहले ही खो चुकी है। अपनी जान और बच्ची को लेकर वह बेहद तनाव में है।